केंद्र में सत्तारूढ़ यूपीए और तृणमूल कांग्रेस के बीच दोस्ताना रिश्ते अब खत्म हो चुके हैं. इसके बावजूद तृणमूल कांग्रेस ने जांगीपुर उपचुनाव में राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी के बेटे व कांग्रेस के उम्मीदवार अभिजीत मुखर्जी के खिलाफ अपना कोई उम्मीदवार नहीं उतारा है.
मुजफ्फर व अभिजीत के बीच मुख्य मुकाबला
तृणमूल कांग्रेस के जिला अध्यक्ष मोहम्मद अली ने बताया, ‘यह प्रणब बाबू की सीट थी. अब यहां से उनके पुत्र उम्मीदवार हैं, इसलिए राष्ट्रपति को सम्मान प्रकट करने के लिए हम कोई उम्मीदवार नहीं उतारेंगे.’ बीजेपी के सुधांशु विश्वास भी चुनाव मैदान में हैं, लेकिन मुख्य मुकाबला माकपा के मुजफ्फर हुसैन और अभिजीत मुखर्जी के बीच प्रतीत हो रहा है. आधिकारिक सूत्रों ने बताया कि कुल 11 उम्मीदवारों ने इस लोकसभा सीट के लिए पर्चा भरा है.
प्रणब दा के इस्तीफे से सीट हुई थी खाली
नामांकन दाखिल करने की अंतिम तारीख शनिवार को खत्म हो गई हालांकि, नाम वापस लेने की आखिरी तारीख 26 सितंबर तक है. यह उपचुनाव 10 अक्तूबर को होगा. गौरतलब है कि राष्ट्रपति चुनाव लड़ने के लिए प्रणब मुखर्जी द्वारा इस्तीफा दिए जाने के बाद यह सीट खाली हुई थी. प्रणब ने जांगीपुर लोकसभा सीट पर 2004 में पहली बार जीत हासिल की थी और 2009 में दोबारा निर्वाचित हुए थे.