तृणमूल कांग्रेस के सभी छह मंत्रियों ने प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह के नेतृत्व वाली यूपीए सरकार से शुक्रवार को इस्तीफा दे दिया. तृणमूल मंत्री प्रधानमंत्री आवास से इस्तीफा देने के बाद समर्थन वापसी का पत्र राष्ट्रपति भवन जाकर राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी को सौंप दिया.
पार्टी पदाधिकारियों ने बताया कि रेल मंत्री मुकुल रॉय एवं अन्य पांच मंत्रियों ने प्रधानमंत्री से मुलाकात की और उन्हें अपने इस्तीफे सौंप दिए. यह मुलाकात महज पांच मिनट तक चली.
बाद में केंद्रीय स्वास्थ्य राज्य मंत्री रहे सुदीप बंद्योपाध्याय ने पत्रकारों से कहा कि प्रधानमंत्री ने तृणमूल के सरकार छोड़ने पर दुख प्रकट किया.
तृणमूल के मंत्री प्रधानमंत्री आवास से इस्तीफा देने के बाद समर्थन वापसी का पत्र सौंपने के लिए राष्ट्रपति से मिलने राष्ट्रपति भवन की तरफ रवाना हो गए. उन्होंने राष्ट्रपति को समर्थन वापसी का पत्र सौंपा. ज्ञात हो कि 545 सदस्यी लोकसभा में तृणमूल के 19 सांसद हैं.
संप्रग सरकार में शहरी विकास मंत्री रहे सौगत रॉय ने कहा कि समर्थन वापसी के पत्र पर मुकुल रॉय के हस्ताक्षर थे. इस्तीफा देते समय प्रधानमंत्री से बातचीत के विषय में पूछे जाने पर सौगत रॉय ने कुछ भी बताने से इंकार कर दिया.
तृणमूल कांग्रेस की अध्यक्ष एवं पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने मंगलवार को, केंद्र सरकार के डीजल मूल्य वृद्धि, सब्सिडी वाले रसोई गैस सिलेंडरों की संख्या सीमित करने एवं मल्टीब्रांड खुदरा क्षेत्र में प्रत्यक्ष विदेशी निवेश (एफडीआई) के विरोध में संप्रग सरकार से समर्थन वापस लेने की घोषणा की थी.