अमेरिकी राष्ट्रपति बराक ओबामा ने कहा कि अमेरिका जहां वैश्विक शांति एवं समृद्धि सुनिश्चित करने के प्रयासों को बढ़ावा दे रहा है उस समय उनके प्रशासन ने भारत के साथ नयी भागीदारी बनायी है. गौरतलब है कि ओबामा पिछले वर्ष नवंबर में भारत की यात्रा पर आए थे.
ओबामा ने कहा कि भारत जैसे देश के साथ नये संबंध बनाना उनकी विश्व शांति एवं समृद्धि को बढ़ावा देने के प्रयासों का हिस्सा है. अमेरिकी कांग्रेस के संयुक्त सत्र को संबोधित करते हुए ओबामा ने कहा, ‘अपने यूरोपीय मित्रों के साथ हम नाटो में नई जान फूंकेंगे और आतंकवाद निरोधक उपायों के साथ मिसाइल प्रतिरक्षा सभी क्षेत्रों में सहयोग बढ़ायेंगे.’
उन्होंने कहा कि हमने रूस के साथ नये सिरे से संबंधों को आगे बढ़ाया है साथ ही एशियाई गठजोड़ को मजबूत बनाया है. इसके साथ ही भारत जैसे देशों के साथ नयी भागीदारी बनायी है. अमेरिकी राष्ट्रपति ने कहा, ‘इस वर्ष मार्च में मेरा ब्राजील, चिली और अल साल्वाडोर की यात्रा करने का कार्यक्रम है जहां अमेरिका की प्रगति के वास्ते नई भागीदारी स्थापित की जायेगी.’ {mospagebreak}
ओबामा ने कहा, ‘पूरी दुनिया में हम उनके साथ खड़े हैं जो अधिक खाद्यान्न का उत्पादन करने में किसानों की मदद करने के साथ बीमार लोगों का ध्यान रखने में डाक्टरों का सहयोग, समाज को सड़ाने और लोगों से अवसर छीनने के लिए जिम्मेदार भ्रष्टाचार से मुकाबला कर रहे हैं.’ उन्होंने कहा कि अमेरिकी नेतृत्व खतरनाक हथियारों से सुरक्षा प्रदान करने का प्रयास करने में भी जुटा है.
अमेरिकी राष्ट्रपति ने कहा, ‘क्योंकि रिपब्लिकन ओर डेमोक्रैट ने नई स्टार्ट संधि का अनुमोदन किया है तो कम संख्या में परमाणु हथियार और प्रक्षेपक तैयार किये जायेंगे.’ उन्होंने कहा कि हम पूरी दुनिया में इस बात का प्रयास कर रहे हैं कि परमाणु सामग्री आतंकवादियों के हाथों में नहीं जाए.
ओबामा ने कहा, ‘हमारी ओर से राजनयिक प्रयासों के तहत ईरान को अपनी जिम्मेदारी पूरा करने पर जोर दिये जाने के कारण ही ईरान की सरकार को अब कड़े प्रतिबंधों का सामना करना पड़ रहा है जैसा पहले कभी नहीं हुआ.’
कोरियाई प्रायद्वीप पर उन्होंने कहा कि हम अपने सहयोगी दक्षिण कोरिया के साथ हैं और उत्तर कोरिया पर परमाणु हथियार त्यागने की प्रतिबद्धता पूरा करने को जोर दे रहे हैं. अमेरिकी राष्ट्रपति ने कहा, ‘यह हमारे प्रयासों का एक हिस्सा भर है कि किस प्रकार से हम दुनिया में शांति एवं समृद्धि का समर्थन कर रहे हैं.’