पूर्व राष्ट्रपति ए पी जे अब्दुल कलाम ने कहा कि सरकार की ओर से शुरू की गई विशिष्ट पहचान संख्या (यूआईडी) के कार्यक्रम से लोक सेवाओं के निष्पादन में भ्रष्टाचार से निपटने में मदद मिलेगी.
कलाम ने यहां एक समारोह में कहा ‘‘ युवाओं द्वारा अक्सर एक प्रश्न किया जाता है कि कोई भी देश लोक सेवाओं के निष्पादन में भ्रष्टाचार की समस्या से कैसे निपटने में सक्षम होगा.’
उन्होंने कहा ‘‘ हाल ही में भारत ने नागरिकों की पहचान के लिए दुनिया की सबसे बड़ी परियोजना शुरू की है जिसे यूआईडी योजना के माध्यम से अमल में लाया जायेगा. मुझे बताया गया है कि इस योजना के तहत देश के नागरिकों के उंगलियों के निशान बायोमेट्रिम स्कैन के जरिये दर्ज होगा और आंखों को भी स्कैन कर दर्ज किया जायेगा.’
पूर्व राष्ट्रपति ने कहा ‘‘ इससे लोक सेवाओं के निष्पादन के दौरान जवाबदेही निर्धारित करने और लोगों तक योजनाओं का लाभ पहुंचाने में मदद मिलेगी.’