वैश्विक मुद्दों के शोरगुल में अकसर व्यस्त रहने वाला संयुक्त राष्ट्र मुख्यालय कर्नाटक संगीत की लहरियों से झूम उठा. भारतीय वायलीन वादक एल सुब्रमण्यम ने यहां एक कंसर्ट में श्रोताओं को खूब झुमाया.
संयुक्त राष्ट्र में भारत के स्थायी मिशन की ओर से यूएनइकोसोक चैंबर में सुब्रमण्यम ने अपने बेटे अंबी के साथ डेढ़ घंटे की प्रस्तुति दी.
संयुक्त राष्ट्र के महासचिव बान की मून, संयुक्त राष्ट्र की प्रथम महिला, संयुक्त राष्ट्र में भारत के राजदूत हरदीप सिंह पुरी, उप राजदूत मनजीत सिंह पुरी और कई देशों के राजदूतों ने समारोह का लुत्फ उठाया और समारोह के अंत में उन्होंने खड़ा होकर उनका सम्मान किया.
संभवत: यह दूसरा मौका है जब संयुक्त राष्ट्र के मुख्यालय में कर्नाटक संगीत की प्रस्तुति हुई और उसमें विश्व भर के नेता उपस्थित रहे. इससे पहले दिवंगत एम. एस. सुबुलक्ष्मी ने संयुक्त राष्ट्र महासभा में 1960 के दशक में प्रस्तुति दी थी.
इसके साथ ही समारोह में मृदंगम पर वी. वी. राममूर्ति, तबले पर अरूण कुमार, घाटम पर गिरिधर उडुपा ने सुब्रमण्यम का साथ निभाया. वायलिन पर उनके 19 वर्षीय बेटे अंबी ने उनके साथ ही प्रस्तुति दी.
सुब्रमण्यम ने 500 अंतरराष्ट्रीय श्रोताओं के समक्ष कल्याणी रागम में वनजाकक्षी के साथ शुरुआत की.