पांचवें चरण के चुनावी दंगल में भी कई बाहुबली जोर-आजमाइश कर रहे हैं. आलम यह है कि 829 में से 76 प्रत्याशियों के खिलाफ आपराधिक मामले दर्ज हैं. इनमें से 35 उम्मीदवारों के खिलाफ तो अपराध के गंभीर मामले हैं.
दागियों को टिकट देने में सबसे अव्वल है समाजवादी पार्टी, लेकिन दागियों को चुनाव लड़ाने में बीएसपी और बीजेपी भी पीछे नहीं है.
पांचवें दौर में बुंदेलखंड की जंग है, तो मुलायम के गढ़ में भी लड़ाई है. यूपी की सियासत के कई दिग्गज मैदान में हैं, तो चुनावी दंगल में कई बाहुबली भी जोर आजमा रहे हैं. आपराधिक छवि वाले उम्मीदवारों की
किस पार्टी से कितने दागी हैं, अगर इस सवाल पर गौर किया जाए तो समाजवादी पार्टी ने 24, बीएसपी ने 12, कांग्रेस ने 14 और बीजेपी ने 13 दागी प्रत्याशियों को उम्मीदवार बनाया है.
दागी उम्मीदवारों में सबसे टॉप पर हैं समाजवादी पार्टी के रामेश्वर. अलीगंज सीट से चुनाव लड़ रहे रामेश्वर के खिलाफ 27 मामले दर्ज हैं. वहीं जसराना से चुनाव लड़ रहे समाजवादी पार्टी के उम्मीदवार रामवीर सिंह के खिलाफ 18 मामले दर्ज हैं. सिरसागंज से हरिओम के खिलाफ 16, फिरोजाबाद के अजीम के खिलाफ 14, बबीना के चंद्रपाल के खिलाफ 8 और गरौथा से चुनाव लड़ रहे देवपरायण के खिलाफ 6 मामले दर्ज हैं.
दागी उम्मीदवारों की फेहरिस्त यहीं खत्म नहीं होती है. हमीरपुर से पीस पार्टी के उम्मीदवार अशोक सिंह के खिलाफ 9, भोगांव से बीजेपी उम्मीदवार स्वामी सच्चिदानंद के खिलाफ 5 और हमीरपुर से कांग्रेस प्रत्याशी केशव बाबू के खिलाफ 6 मुकदमे दर्ज हैं.
इनमें से कई उम्मीदवारों के खिलाफ हत्या, लूट और फिरौती जैसे गंभीर मामले भी शामिल हैं.