उत्तर प्रदेश के चर्चित शशि हत्याकांड में फैजाबाद की अदालत मंगलवार को अपना फैसला सुनाने वाली है. इस मामले में यूपी सरकार के पूर्व मंत्री पर हत्या की साजिश रचने का आरोप है.
तीन साल से जेल में बंद बीएसपी नेता के अलावा और दो लोग इस केस में आरोपी हैं. इस घटना का खुलासा आजतक ने ही किया था. 22 अक्टूबर, 2007 की तारीख ने यूपी के सियासी हलके में खलबली मचा दी थी. इस घटना ने सूबे के एक पूर्व मंत्री को सलाखों के पीछे पहुंचा दिया.
हत्याकांड में फंसे बीएसपी सरकार के पूर्व मंत्री और मौजूदा विधायक आनंद सेन यादव का क्या होगा, फैजाबाद का एससी-एसटी कोर्ट 17 मई, मंगलवार को इसपर फैसला सुनाने जा रहा है.
फैजाबाद के साकेत महाविद्यालय से कानून की पढ़ाई कर रही शशि चुनाव प्रचार के दौरान आनंद सेन के संपर्क में आई थी. आरोप है कि नजदीकी बढ़ने के बाद एक दिन जब आनंद सेन को यह पता चला कि शशि उसके बच्चे की मां बनने वाली है, तो विधायक ने अपने ड्राइवर विजय के जरिये शशि का काम तमाम करवा दिया.
इस हत्याकांड में फंसे मायावती के सिपहसालार आनंद सेन यादव का रुतबा ऐसा रहा कि मंत्री पद पर ताजपोशी जेल में रहते हुए ही हो गई थी, लेकिन जब सेन इस हत्याकांड में आरोपी बन गए, तब सीएम ने पद छीन लिया. इस कांड में आनंद सेन की महिला मित्र सीमा आजाद भी आरोपी है.