रक्त कैंसर से पीड़ित और अदालत से इच्छा मृत्यु की मांग करने वाली अलका तिवारी को हालत बिगड़ने पर लखनउ के संजय गांधी पीजीआई अस्पताल में भर्ती करा दिया गया जबकि केन्द्रीय मंत्री और कानपुर के सांसद श्रीप्रकाश जायसवाल ने उसे दिल्ली के एम्स में भर्ती कराने के प्रयास शुरु कर दिये हैं.
कानपुर के परमट के पहाड़ी लाइन में फुटपाथ पर झुग्गी झोपड़ी में रहने वाली अलका तिवारी (21) वर्ष 2002 से एप्लास्टी एनीमिया रक्त कैंसर से पीड़ित है. उसकी हालत बहुत खराब है. केवल अस्थि मज्जा प्रत्यारोपण से ही उसका इलाज हो सकता है जिसके लिये उसे करीब 20 लाख रूपये की आवश्यकता है.
सोमवार रात बसपा के राज्यसभा सांसद गंगाचरण राजपूत उसके घर उससे मिलने गये थे और मंगलवार सुबह उसे ले जाकर लखनउ के संजय गांधी पीजीआई अस्पताल में भर्ती कराया. राजपूत ने अलका के इलाज के लिये सांसद निधि से 20 लाख रूपये दिलाने का वायदा किया है.
राजपूत ने बताया कि अलका को मंगलवरा सुबह 11 बजे पीजीआई में भर्ती कराया गया और उसको अब एम्स दिल्ली में भर्ती करने की तैयारी चल रही है.
उधर केन्द्रीय कोयला मंत्री और कानपुर के सांसद श्रीप्रकाश जायसवाल ने बताया कि उन्होंने केन्द्रीय स्वास्थ्य मंत्री गुलाम नबी आजाद से बात कर ली है जिन्होंने अलका का इलाज कराने में सहयोग करने पर सहमति जताई है.