बहुजन समाज पार्टी ने मंगलवार को महात्मा गांधी राष्ट्रीय ग्रामीण रोजगार गारंटी अधिनियम (मनरेगा) के सम्बन्ध में कांग्रेस महासिचव राहुल गांधी द्वारा मुख्यमंत्री मायावती पर लगाए गए आरोपों को पूरी तरह झूठा एवं गलत बताया. बसपा ने कहा कि मुख्यमंत्री ने मनरेगा की जरूरत न होने की बात कभी नहीं कही.
बसपा के प्रदेश अध्यक्ष स्वामी प्रसाद मौर्या ने मंगलवार शाम एक बयान जारी कर राहुल गांधी द्वारा मनरेगा के सम्बन्ध में दिए गए उनके बयान को जनविरोधी बताया और कहा कि उनके रवैये से स्पष्ट प्रतीत होता है कि मनरेगा को लेकर उत्तर प्रदेश की सरकार के खिलाफ दमनात्मक कार्यवाही की जा रही है. उन्होंने कहा कि राहुल के बयान से लगता है कि केंद्र सरकार उत्तर प्रदेश में मनरेगा को बंद कर देना चाहती है.
ज्ञात हो कि राहुल ने मंगलवार दोपहर राज्य में एक चुनावी जनसभा के दौरान कहा कि जब केंद्र सरकार ने मनरेगा शुरू किया तो मुख्यमंत्री मायावती ने कहा था कि राज्य में इसकी जरूरत नहीं है. इससे लोगों को फायदा नहीं होगा. मैं भी मानता हूं कि उत्तर प्रदेश में जनता को मनरेगा से फायदा नहीं होगा क्योंकि सारा धन तो मंत्री, अफसर और ठेकेदार खा जाएंगे.
मौर्या ने कहा कि मुख्यमंत्री मनरेगा को लेकर राजनीति किए जाने की सख्त विरोधी हैं. मनरेगा के सम्बंध में प्रदेश की जनता को गुमराह किया जा रहा है जबकि सभी अवगत हैं कि पिछले तीन वर्षो में मनरेगा के क्रियान्यवन में उत्तर प्रदेश अन्य राज्यों से काफी आगे है. साथ ही न्यूनतम मजदूरी तय करने में उत्तर प्रदेश देश का पहला राज्य है.
मौर्या ने कहा कि कांग्रेस के युवराज को पता होना चाहिए कि उत्तर प्रदेश में पिछले दो दशकों से जनता कांग्रेस को हाशिए पर डाल चुकी है. प्रदेश में कांग्रेस का वजूद धीरे-धीरे सिमट रहा है लेकिन युवराज कहते हैं कि जनता बसपा के खिलाफ है.