कभी समाजवादी पार्टी (सपा) के सिपहसालार रहे अमर सिंह पर ‘मुलायम’ होने के बाद अब उत्तर प्रदेश सरकार भड़काउ भाषण देने के आरोपी भाजपा सांसद वरुण गांधी के साथ भी मुरव्वत बरतने जा रही है.
गृह विभाग के एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया कि सरकार ने पीलीभीत जिला प्रशासन से रिपोर्ट मांगी है कि भड़काउ भाषण देने के मामले में वरुण के खिलाफ दर्ज मुकदमे जनहित में वापस लिये जा सकते हैं या नहीं. उन्होंने बताया कि जिला प्रशासन से रिपोर्ट प्राप्त हो चुकी है और इस पर जल्द ही कोई निर्णय लिया जाएगा.
गौरतलब है कि वरुण पर वर्ष 2009 में हुए लोकसभा चुनाव के प्रचार के दौरान भड़काउ भाषण देकर दो समुदायों के बीच नफरत फैलाने, किसी धर्म का अपमान करके भावनाएं भड़काने तथा हत्या का प्रयास करने के आरोपों में मुकदमे दर्ज कराये गये थे. पुलिस इन तीनों ही मामलों में पहले ही आरोपपत्र दाखिल कर चुकी है.
सूत्रों के मुताबिक वरुण के खिलाफ मुकदमे वापस लेने की कार्रवाई उनकी उत्तर प्रदेश की सपा सरकार से गुजारिश पर की जा रही है. बीजेपी सांसद ने इस सिलसिले में सरकार को पत्र भी लिखा था.
गौरतलब है कि वरुण गांधी ने पीलीभीत में साल 2009 में चुनाव के दौरान भड़काऊ भाषण दिया था और कहा था कि आपकी तरफ अगर कोई हाथ उठाया तो वरुण गांधी उस हाथ को काट डालेगा. उन्होंने ये भी कहा था कि आप लोगों की इज्जत पर कोई हाथ डालेगा तो उसे वरुण गांधी बिल्कुल बर्दाश्त नहीं करेगा.
वरुण को साल 2009 में लोकसभा चुनाव के दौरान पीलीभीत में दिए भाषण के चलते मायावती ने जेल भेज दिया था. पुलिस ने उनपर रासुका लगाया था. बाद में वरुण गांधी से रासुका हटा लिया गया था.