उत्तरप्रदेश में विधानसभा चुनाव में सीटों पर तालमेल करने में विफल रहने के बाद राजग गठबंधन में सहयोगी भाजपा और जेडीयू राज्य में वोट हासिल करने के लिए ‘बिहार मॉडल’ पर एक दूसरे से प्रतिस्पर्धा करते दिख रहे हैं.
उत्तरप्रदेश चुनाव के दृष्टिपत्र में भाजपा ने बिहार में भाजपा-जेडीयू गठबंधन के शासन को रेखांकित किया है और विशेष तौर पर आधारभूत संरचना के विकास का उल्लेख किया है. भाजपा ने कहा कि अगर पार्टी सत्ता में आई तब इसे उत्तरप्रदेश में दोहराया जायेगा.
भाजपा के प्रवक्ता सैय्यद शाहनवाज हुसैन ने कहा, ‘बिहार के विकास के मॉडल में भाजपा की समान भूमिका है और इसलिए पार्टी को इसे रेखांकित करने का अधिकार है.’ हुसैन से पूछा गया था कि उत्तरप्रदेश में भाजपा और जेडीयू अलग-अलग चुनाव लड़ रही है, ऐसी स्थिति में भाजपा बिहार के विकास के मॉडल का जिक्र क्यों कर रही है.
बहरहाल, ऐसा लगता है कि उत्तरप्रदेश में बिहार के विकास के मॉडल का उल्लेख करना जेडीयू को रास नहीं आ रहा है.
जेडीयू अध्यक्ष शरद यादव के करीबी और और पार्टी महासचिव के सी त्यागी ने कहा, ‘चूंकी भाजपा ने गुजरात के मुख्यमंत्री को चुनाव का स्टार प्रचारक चुना है, इसलिए वह गुजरात मॉडल की बात करती तो अच्छा होता.’ उन्होंने कहा कि बिहार मॉडल की सफलता का मुख्य कारण मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के कारण हुई है और उन्हें उम्मीद है कि इसका जिक्र करने से उनकी पार्टी को फायदा होगा.
जेडीयू सांसद अली अनवर ने कहा कि भाजपा को बिहार में मुस्लिम वोट नीतीश कुमार की वजह से मिला है.