scorecardresearch
 

नेहरू के संसदीय क्षेत्र से प्रचार की शुरुआत करेंगे राहुल गांधी

राहुल गांधी उत्तर प्रदेश में अगले साल होने वाले विधानसभा चुनावों के मद्देनजर सोमवार से कांग्रेस का अभियान शुरू करेंगे.

Advertisement
X
राहुल गांधी
राहुल गांधी

Advertisement

राहुल गांधी उत्तर प्रदेश में अगले साल होने वाले विधानसभा चुनावों के मद्देनजर सोमवार से कांग्रेस का अभियान शुरू करेंगे.

ऐसी अटकलें हैं कि आने वाले दिनों में कांग्रेस और बसपा सुप्रीमो व मुख्यमंत्री मायावती के बीच टकराव बढ़ेगा.

फोटो: राहुल बने यूपी चुनाव के पोस्‍टर ब्‍वॉय
कांग्रेस मायावती पर ‘कुशासन’ का आरोप लगा रही है वहीं राज्य में पार्टी का चेहरा बनने वाले राहुल इलाहाबाद से करीब 30 किलोमीटर दूर फूलपुर में एक रैली में बदलाव के लिए मतदान का आह्वान कर सकते हैं. कांग्रेस ‘उठो, जागो, बदलो’ नारे पर जोर दे रही है.

फोटो: राहुल की किसान पंचायत
पार्टी सूत्रों का कहना है कि राहुल राजनीतिक रूप से महत्वपूर्ण राज्य के लिए ‘मिशन यूपी 2012’ के तहत अभियान का मोर्चा संभालेंगे. राहुल उन खबरों की पृष्ठभूमि में अभियान संभालेंगे कि उन्हें देर सबेर पार्टी का कार्यवाहक अध्यक्ष नियुक्त किया जा सकता है.

Advertisement

फोटो: राहुल गांधी के पदयात्रा की तस्‍वीरें
हाल ही में विदेश में इलाज करा चुकीं कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी पिछले दिनों बुखार के कारण उत्तराखंड में एक कार्यक्रम में शामिल नहीं हुई थीं.
राहुल गांधी की सक्रियता से सभी परेशान
चुनावों से संबंधित पोस्टरों और बैनरों में लगातार राहुल को भविष्य के नेता के रूप में पेश किया जा रहा है. गांधी नेहरू परिवार के गृह राज्य में कांग्रेस मतदाताओं को यह जताने का प्रयास कर रही है कि सिर्फ वही चीजों को दुरूस्त कर सकती है क्योंकि समस्याओं को वही ‘सही जवाब’ दे सकती है. पार्टी का नारा है ‘जवाब हम देंगे.’ चुनावी अभियान के लिए फूलपुर को चुना जाना महत्वपूर्ण है क्योंकि पंडित जवाहरलाल नेहरू पहली बार लोकसभा के लिए फूलपुर क्षेत्र से ही चुने गए थे.

पिछले लोकसभा चुनाव में राज्य की 80 संसदीय सीटों में से कांग्रेस को 22 सीटों पर कामयाबी मिली थी और इसमें 41 वर्षीय राहुल की उल्लेखनीय भूमिका थी. दो दशक बाद पार्टी प्रदेश में फिर से मुकाबले में थी.

राजनीतिक पर्यवेक्षकों के अनुसार ‘मंदिर’ और ‘मंडल’ आंदोलनों के चलते राज्य में राजनीतिक उन्माद की स्थिति बन गयी थी.

रैली में राज्य के सभी प्रमुख नेता और केंद्रीय मंत्री मौजूद रहेंगे. इस रैली के दो दिन पहले ही मायावती ने राहुल पर निशाना साधते हुए उन्हें सलाह दी थी कि उनकी सरकार पर हमला करने के बदले उन्हें प्रदेश के लिए केंद्र से अधिक कोष जारी कराने के लिए काम करना चाहिए.
कांग्रेस नेताओं ने बसपा प्रमुख पर पलटवार करते हुए केंद्र से मिले ‘अधिकतम कोषों के दुरूपयोग’ का आरोप लगाया. कांग्रेस का आरोप था कि प्रदेश सरकार ने कोषों का दुरूपयोग पार्कों और मूर्तियां स्थापित करने में किया. कांग्रेस ने मायावती पर अपनी मूर्तियां लगाने का भी आरोप लगाया जो ‘भारतीय राजनीति में पहले कभी नहीं सुनी गयी.’ उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनावों में चार पार्टियां बसपा, सपा, कांग्रेस और भाजपा मुकाबले में हैं.

Advertisement

मायावती ने पहले ही चुनावी अभियान शुरू कर दिया है वहीं सपा की राज्य इकाई के प्रमुख अखिलेश यादव भी लोगों से संपर्क बनाने के लिए ‘जन क्रांति यात्रा’ पर हैं. भाजपा ने राज्य में अभियान का प्रभार उमा भारती को सौंप रखा है. भाजपा करीब एक दशक पहले प्रदेश में सत्ता में थी.

पिछले साल बिहार विधानसभा चुनावों में राहुल के अभियान का बहुत असर नहीं दिखा. लेकिन कांग्रेस महासचिव दिग्विजय सिंह का कहना है कि इसके पीछे बिहार में संगठन का प्रभावी नहीं होना था लेकिन उत्तर प्रदेश में ऐसी स्थिति नहीं है.

Advertisement
Advertisement