भाजपा नेता लालकृष्ण आडवाणी ने आरोप लगाया कि केंद्र में कांग्रेस नीत संप्रग सरकार ने भ्रष्टाचार में शामिल होकर और भ्रष्ट लोगों को बचा कर लोकतंत्र एवं देश की छवि खराब की है. अपनी जन चेतना यात्रा के 18वें दिन यहां एक जनसभा को संबोधित करते हुए आडवाणी ने कहा कि भ्रष्टाचार की निंदा करने के अलावा उनकी यात्रा का उद्देश्य स्विस बैंकों में जमा कालाधन लाने के लिए सरकार को बाध्य करना है.
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आडवाणी ने कहा कि उन्होंने यात्रा का फैसला तब किया जब उनके सहयोगियों ने संसद में नोट के बदले वोट घोटाले का पर्दाफाश किया. ऐसे बड़े घोटाले का पर्दाफाश करने पर उन्हें बधाई देने और उनका बचाव करने के बदले सरकार ने उन्हें जेल भेज दिया. उन्होंने आरोप लगाया कि संसद में बहुमत हासिल करने के लिए सांसदों को रिश्वत देकर संप्रग ने लोकतंत्र एवं देश की छवि खराब की है.
'भ्रष्टाचार में सहयोगी दलों को फंसा रही है सरकार'
आडवाणी ने कहा कि भाजपा ने भ्रष्टाचार के खिलाफ अभियान पिछले साल संसद के शीतकालीन सत्र में शुरू किया था और सरकार को 2जी स्पेक्ट्रम आवंटन मामले में संयुक्त संसदीय समिति गठित करने के लिए बाध्य किया. उन्होंने कहा कि कांग्रेस सहयोगियों को बलि का बकरा बना कर घोटाले के लिए जिम्मेदार अपने नेताओं को बचा रही है. हमें सहयोगियों के साथ कोई सहानुभूति नहीं है और सभी भ्रष्ट लोगों को दंडित किया जाना चाहिए.
भ्रष्टाचार के खिलाफ आडवाणी ने भरी हुंकार
काले धन के मुद्दे पर आडवाणी ने कहा कि अगर स्विस बैंकों में जमा 25 लाख करोड़ रुपया वापस आ जाए तो देश के सभी छह लाख गांवों का विकास हो सकता है. उन्होंने कहा कि अंग्रेज शासकों ने 200 साल के शासन में एक लाख करोड़ रुपए लूट लिए वहीं भ्रष्ट तत्वों ने 60 साल में 25 लाख करोड़ रुपए ले लिए.