केंद्रीय ऊर्जा मंत्री एम. वीरप्पा मोइली ने सोमवार को कहा कि बहुब्रांड रिटेल में प्रत्यक्ष विदेशी निवेश (एफडीआई) के मसले पर केंद्र की संयुक्त प्रगतिशील गठबंधन (संप्रग) सरकार तृणमूल कांग्रेस की अध्यक्ष ममता बनर्जी के सामने घुटने नहीं टेकेगी.
मोइली ने शिलांग में पत्रकारों से बातचीत में कहा, 'यह किसी के घुटने टेकने या नहीं टेकने का सवाल नहीं रह गया है. हम लोकतंत्र के साथ जी रहे हैं और अब हमें कोई नहीं रोक सकता.'
उन्होंने कहा, 'एफडीआई का फैसला बहुत बड़ा फैसला है. यह देश की पूरी आर्थिक स्थिति को बदल देगा.'
ज्ञात हो कि तृणमूल कांग्रेस की अध्यक्ष ममता बनर्जी ने इस फैसले का कड़ा विरोध किया है.
असम पहुंचने पर मोइली ने प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह का बचाव किया और कोयला आवंटन घोटाले पर भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) की कड़ी आलोचना की.
उन्होंने कहा कि बगैर नीलामी के कोयला ब्लॉक आवंटित करने के फैसले का प्रधानमंत्री से कोई संबंध नहीं है.
उन्होंने कहा, 'आवेदनों की जांच स्क्रीनिंग समिति द्वारा की गई, जिसमें राज्यों, केंद्र सरकार के मंत्रालयों और कोयला कंपनियों के प्रतिनिधि भी थे.'
मोइली ने इस दौरान मुख्यमंत्री तरुण गोगोई के साथ राज्य में बिजली की स्थिति पर चर्चा भी की.