एमनेस्टी इंटरनेशनल ने कहा है कि अमेरिकी युद्धक विमानों ने पिछले दिसंबर में यमन में किए गए हमले के दौरान क्लस्टर बम का प्रयोग किया था, जिसमें 55 लोगों की मौत हो गई थी.
लंदन स्थित एमनेस्टी इंटरनेशनल ने तस्वीरें जारी कीं, जिनमें अमेरिका में निर्मित तोमाहॉक मिसाइल और क्लस्टर बम दिखाई दे रहे हैं, जो संकेत देते हैं कि 17 दिसंबर 2009 को यमन के दक्षिणी अबयन प्रांत में हुए हमले में इन विस्फोटकों का प्रयोग किया गया था.
संगठन के हथियार नियंत्रक शोधकर्ता माइक लेविस ने कहा, ‘‘एमनेस्टी इंटरनेशनल उन प्रमाणों को देखने के बाद से काफी चिंतित है, जिसमें यमन में क्लस्टर हथियारों का प्रयोग दिखाई दे रहा है.’’ उन्होंने कहा, ‘‘क्लस्टर हथियारों का अत्यधिक प्रभाव होता है और बिना फटे हुए बमों से भविष्य में लोगों पर खतरा मंडराता रहता है.’’