बाल ठाकरे के बेटे उद्धव और भतीजे राज में वाक्युद्ध तीखा हो गया है जहां राज के निशाना साधने पर उद्धव ने उन्हें विश्वासघाती कह डाला. उद्धव ठाकरे ने संवाददाताओं से कहा, ‘ऐसे नमक हराम जानवरों की तुलना में जंगल में भरोसेमंद जानवरों की तस्वीर उतारना बेहतर है.’
राज ठाकरे ने सोमवार को कहा था कि उद्धव को जंगली पशुओं की तस्वीर खींचने के बजाय शहर के गड्ढों की तस्वीरें लेनी चाहिए. गौरतलब है कि मुंबई नगर निगम पर शिवसेना-भाजपा गठबंधन का नियंत्रण है.
राज के बयान पर कड़ी प्रतिक्रिया देते हुए उद्धव ने कहा, ‘वह पशुओं के प्यार को क्या समझेगा जिसने मराठी जनता की एकता को तोड़ने का अपराध किया हो.’ उन्होंने कहा, ‘राज सर जेजे स्कूल ऑफ आर्ट गये थे लेकिन कभी अपनी पढ़ाई पूरी नहीं की. यदि वह पढ़ लेते तो उन्हें कैमरा और फोटोग्राफी की समझ होती.’
राज ने उद्धव की फोटोग्राफी पर पहली बार टिप्पणी नहीं की है. उन्होंने पिछले साल मई में एक बयान में उद्धव को ‘महान फोटोग्राफर’ कहा था. तब उन्होंने कहा था, ‘उनकी फोटोग्राफी की योग्यता पर कोई सवाल नहीं उठता. उद्धव एक महान फोटोग्राफर हैं.’
उस समय ऐसी अटकलें थीं कि उद्धव की फोटोग्राफी पर ध्यान खींचते हुए राज ने परोक्ष रूप से राजनेता के तौर पर उनकी भूमिका को कमतर आंकने का प्रयास किया था. राज ठाकरे ने 18 दिसंबर, 2005 को शिवसेना का साथ छोड़ दिया था और तीन महीने बाद अपनी नयी पार्टी की घोषणा की थी.