प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह ने असम दौरे पर कहा है कि केंद्र उल्फा समेत सभी आतंकी समूहों से वार्ता के लिए तैयार है.
मनमोहन सिंह ने आतंकी समूहों से अपील की कि वे हिंसा का रास्ता छोड़कर बातचीत के लिए आगे आएं. साथ ही उन्होंने कहा कि संप्रग सरकार असम में अल्पसंख्यकों के विकास को प्रतिबद्ध है और इसके लिए असम में कई योजनाएं शुरू भी की गई हैं.
मनमोहन सिंह ने नौगांव जिले में रूपोहीहाट विधानसभा क्षेत्र में आयोजित चुनावी रैली को संबोधित करते हुए कहा, ‘‘कांग्रेसनीत संप्रग सरकार अल्पसंख्यकों के विकास के लिए पहले ही कई योजनाएं शुरू की हैं. यदि पार्टी असम में दोबारा सत्ता में लौटती है, तो इस संबंध में और कार्य किये जाएंगे.
उन्होंने कहा कि देश में 90 अल्पसंख्यक के प्रभुत्व वाले जिले हैं, जिसमें से 13 असम में हैं और नौगांव उनमें से एक है. उन्होंने कहा कि सरकार ने अल्पसंख्यकों को बेहतर शिक्षा सुविधाएं उपलब्ध कराने के लिए जोर दिया और इन क्षेत्रों में अल्पसंख्यकों के बच्चों को मुफ्त प्राथमिक शिक्षा उपलब्ध करायी जाएगी.{mospagebreak}
प्रधानमंत्री ने कहा कि कांग्रेस ने नागांव के लिए कई विकास कार्य शुरू किये हैं, जिसमें से सीमेंट कारखाना और फूड क्राफ्ट इंस्टीट्यूट की स्थापना शामिल है. उन्होंने कहा कि वह ऐसी जगह आकर बहुत सम्मानित महसूस कर रहे हैं, जहां संत शंकरदेव हुए.
उन्होंने जोर देकर कहा कि उन्हें इस बात का पूरा भरोसा है कि असम के लोग असम गण परिषद और भाजपा के झूठे दावे से दिग्भ्रमित नहीं होंगे और कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी का हाथ मजबूत करने के लिए अपना वोट देंगे.
कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी के बाद असम के मुख्यमंत्री के कार्यों की सराहना करने की बारी अब प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह की थी और उन्होंने कहा कि गोगोई पिछले दस सालों में असम को विकास की राह पर ले गए.
असम के संस्कृति और खेल मंत्री भरत चंद्रा के लिए एक चुनावी रैली को संबोधित करते हुए सिंह ने कहा, ‘‘दस साल पहले प्रदेश के हालात को पूरी तरह बदलकर तेजी से विकास लाने के लिए मैं मुख्यमंत्री तरुण गोगोई को मुबारकबाद देता हूं.’’{mospagebreak}
उन्होंने कहा, ‘‘पूरी तरह आर्थिक कुप्रबंधन और आर्थिक संकट था. सरकारी कर्मियों को वेतन नहीं मिल रहे थे, कानून व्यवस्था की स्थिति बदतर हो गई थी और विकास पूरी तरह ठहर गया था. समाज के कमजोर तबके के लिए कोई पहल नहीं की जा रही थी.’’
मनमोहन सिंह ने कहा, ‘‘स्थिति अब बिल्कुल उलट है. असम वित्तीय तौर पर बहुत शक्तिशाली है और कांग्रेस के राज में विकास दर सबसे अधिक रही.’’ प्रधानमंत्री ने कहा, ‘‘नए इंजीनियरिंग और मेडिकल कॉलेजों की स्थापना की गई. कृषि और औद्योगिक विकास काफी तेज रहा और ढेर सारे कॉरपोरेट घरानों ने प्रदेश में निवेश की इच्छा जताई.’’