पार्टी में कुछ लोगों की ओर से पद से हटाने की मुहिम का सामना कर रहे भाजपा अध्यक्ष नितिन गडकरी का पूरा समर्थन करते हुए वरिष्ठ नेता उमा भारती ने शनिवार को कहा कि राम जेठमलानी जैसे लोगों का दल में निर्णय लेने की प्रक्रिया से कोई लेना देना नहीं है.
उमा ने कहा, ‘पिछले चार-पांच दिन से मैं देख रही हूं कि राम और महेश जेठमलानी बाप-बेटे नैतिकता के संरक्षक बन बैठे हैं. ये दोनों हालांकि, वहां घुस तक नहीं सकते हैं जहां ये निर्णय किए जाते हैं कि किसे अध्यक्ष होना चाहिए और किसे इस्तीफा देना चाहिए.’
उनका संकेत संघ परिवार के शीर्ष संगठन राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ की ओर था जिसकी बात ऐसे अहम मुद्दों में अंतिम मानी जाती है. राम और महेश जेठमलानी ने गडकरी की ‘पूर्ती’ कंपनी में संदेहास्पद निवेश के आरोपों के मद्देनजर भाजपा अध्यक्ष पद से उनके हटने की मांग की है.
तेज-तर्रार साध्वी नेता ने कहा, ‘भाजपा में निर्णय लेने की प्रक्रिया में राम और महेश जेठमलानी की कोई भूमिका और महत्व नहीं है. इस विवाद के उठने से पहले तो लोग यह भी नहीं जानते थे कि ये दोनों बाप-बेटे भाजपा के सदस्य हैं.’