चीन में भारत के राजदूत एस जयशंकर ने कहा है कि भारत और चीन ने जम्मू-कश्मीर के निवासियों को नत्थी वीजा दिये जाने के मुद्दे का ‘‘समुचित समाधान’’ निकालने के बारे में सहमति जतायी है. साथ ही इस मुद्दे पर दोनों देशों के अधिकारियों की परस्पर बैठक जारी रखने पर भी सहमति बनी है.
चीन के प्रधानमंत्री वेन जियाबाओ की शुक्रवार को संपन्न भारत यात्रा के दौरान उनकी और प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह के बीच हुई द्विपक्षीय वार्ता में जम्मू कश्मीर के निवासियों को नत्थी वीजा जारी करने का मुद्दा प्रमुखता से उठा. नत्थी वीजा के कारण भारत की संप्रभुता और अखंडता को लेकर चिंता जतायी जा रही है.
सरकार द्वारा संचालित सीसीटीवी के एक प्रमुख कार्यक्रम में जयशंकर ने कहा कि नत्थी वीजा एक ऐसा मुद्दा था जिसने वेन की यात्रा के दौरान काफी ध्यान आकृष्ट किया. उन्होंने कहा, ‘‘इसके (नत्थी वीजा) कारण भारत में लोगों में नाराजगी थी. यहां फिर स्पष्ट तौर पर विचार विमर्श किया गया (वेन और मनमोहन के बीच वार्ता के दौरान).’’
जयशंकर ने कहा, ‘‘इस बात की सहमति बनी कि अधिकारियों की बैठक होगी और इसका समुचित ढंग से समाधान निकाला जायेगा. यदि आप कुछ माह बाद मुझसे पूछे तो मैं इस मुद्दे पर ज्यादा सकारात्मक दृष्टिकोण दे पाऊंगा.’’ उन्होंने कहा कि इस मुद्दे के कारण भारत की संप्रभुता और अंखडता को लेकर चिंता जतायी जा रही थी.