अमेरिका में बढ़ती बेरोजगारी से चिंतित राष्ट्रपति बराक ओबामा ने आज कहा कि भारत जैसे दूसरे देशों को आउटसोर्सिंग से अमेरिकियों की नौकरियां जा रही हैं.
ओबामा का यह वक्तव्य भारतीय सूचना प्रौद्योगिकी उद्योग के दिल पर संभवत चोट पहुंचाने वाला है. भारतीय आईटी उद्योग को अपने कुल कारोबार का 60 प्रतिशत अमेरिका से ही हासिल होता है.
ओबामा ने कहा, ‘भारत की छवि अभी भी ऐसी बनी है जहां, कॉल सेंटर और बैक आफिस की भरमार है, जिससे अमेरिकियों की नौकरियां जा रही हैं. यही वास्तविक धारणा है.’ अमेरिका भारत व्यावसायिक परिषद की बैठक को संबोधित करते हुए ओबामा ने कहा, ‘बहुत से अमेरिकी ऐसे हैं, जिन्हें व्यापार और वैश्वीकरण के दौरान सिर्फ कारखानों की बंदी या नौकरियां दूसरे देशों को जाने का अनुभव ही मिला है.’
भारत का आईटी और आईटी आधारित सेवाओं का निर्यात 60 अरब डालर का है. इसमें से अमेरिका का योगदान 60 प्रतिशत का है. अर्थव्यवस्था में सुधार की धीमी गति तथा साथ में बेरोजगारी की ऊंची दर की वजह से अमेरिका वीजा शुल्क बढ़ोतरी जैसे कई संरक्षणवादी कदम उठा रहा है. इससे पहले ओबामा ने कहा था कि ऐसी कंपनियां जो देश के बाहर आउटसोर्सिंग कर रही हैं, उनको कर रियायतें बंद होनी चाहिए.
अक्तूबर माह में अमेरिका में बेरोजगारी की दर 9. 6 प्रतिशत थी. भारत की तीन दिन की यात्रा पर आए अमेरिकी राष्ट्रपति ने कहा, ‘आज हम जब भारत की ओर देखते हैं, तो अमेरिका को यह निर्यात के लिए दुनिया का सबसे तेजी से बढ़ता बाजार लगता है. अमेरिकियों के लिए यह नौकरी पर जोखिम है, क्योंकि अभी हम मंदी से बाहर आ रहे हैं.’