भारतीय टीम को अंडर-19 वर्ल्ड कप जीताने वाले कप्तान उन्मुक्त चंद उत्तराखंड के पिथौरागढ़ जिले के खुदकु भाल्या के रहने वाले हैं. घरेलू क्रिकेट में उन्मुक्त दिल्ली के लिए खेलते हैं जबकि आईपीएल में वो दिल्ली डेयरडेविल्स के लिए योगदान करते हैं.
उन्मुक्त के पिता भारत चंद ठाकुर दिल्ली में स्कूल शिक्षक हैं. उन्मुक्त की मां का नाम राजेश्वरी चंद है. उन्मुक्त ने 6 साल की उम्र से क्रिकेट खेलना शुरू किया. उनके क्रिकेट करियर में सबसे अहम रोल उनके चाचा सुंदर चंद ठाकुर का है.
उन्मुक्त चंद ने डीपीएस (नोएडा) और मार्डन स्कूल (बाराखंभा रोड) से अपनी स्कूली शिक्षा पूरी की है. अभी उन्मुक्त स्टीफेंस कॉलेज के छात्र हैं.
उन्मुक्त भारत नगर स्थित लाल बहादुर शास्त्री क्लब के लिए खेलते हैं. उनके कोच संजय भारद्वाज हैं जो कि गौतम गंभीर के भी कोच हैं. उन्मुक्त अंडर-15, अंडर-16 और अडंर-19 क्रिकेट में दिल्ली का प्रतिनिधित्व कर चुके हैं. स्कावयर कट खेलने में महारथ उन्मुक्त की तुलना अक्सर विराट कोहली से की जाती है. हालांकि उन्मुक्त के फेवरेट क्रिकेट सचिन तेंदुलकर हैं.
दिल्ली अंडर-19 क्रिकेट टीम के लिए खेलते हुए उन्मुक्त ने 2 शतक और एक अर्धशतक की बदौलत 435 रन बनाये थे. 2010-11 में उन्मुक्त ने रणजी ट्रॉफी मैच के दौरान तेज पिच पर रेलवे के खिलाफ शानदार शतक बनाकर सभी का ध्यान अपनी ओर खींचा. इसी साल उन्होंने असम और सौराष्ट्र के खिलाफ अर्धशतक भी जड़ा. इस सीजन में खेले गए पांच रणजी मैचों में उन्होंने 400 रन बनाए. इसके साथ ही उन्मुक्त दिल्ली की अंडर-19 टीम और नार्थ जोन के कैप्टन बनाए गए.
इसके बाद विशाखापत्तन में हुए चार देशों (भारत, ऑस्ट्रेलिया, श्रीलंका और वेस्ट इंडीज) की अंडर-19 क्रिकेट सीरीज के लिए उन्हें टीम इंडिया की बागडोर भी सौंप दी गई. इस टूर्नामेंट में उन्मुक्त ने श्रीलंका के खिलाफ नाबाद 122 का स्कोर खड़ा किया. कुल खेले गए 7 मुकाबलों में 336 रन बनाने वाले उन्मुक्त दूसरे सबसे ज्यादा रन बनाने वाले बल्लेबाज बने. इस टूर्नामेंट में सबसे ज्यादा रन बनाने वाले कैमरून बैंक्रॉफ्ट से उन्मुक्त ने केवल एक रन कम बनाया.
जूनियर लेवल पर उन्मुक्त ने वीनू मांकड ट्रॉफी और कूच बेहार ट्रॉफी में भी शिरकत की. इसके अलावा वो सय्यैद मुश्ताक अली ट्रॉफी में भी खेल चुके हैं. आईपीएल-4 में खेलने वाले उन्मुक्त सबसे कम उम्र के खिलाड़ी बने. हालांकि दिल्ली डेयरडेविल्स के लिए खेलते हुए अपने पहले मैच में उन्मुक्त का प्रदर्शन फीका रहा और वो लसिथ मलिंगा की बॉल पर क्लीन बोल्ड हो गए. जबकि दूसरे मैच में राजस्थान रॉयल्स के खिलाफ उन्होंने केवल 2 रनों का योगदान दिया.
टीम इंडिया को अंडर-19 क्रिकेट वर्ल्ड कप जीताने वाले कप्तान उन्मुक्त चंद ने इससे पहले ऑस्ट्रेलिया में चार देशों की क्रिकेट सीरीज में भी भारत की जीत का परचम लहराया.
अंडर-19 वर्ल्ड कप के फाइनल में शतक जड़ने वाले उन्मुक्त इस साल अबतक 3 शतक लगा चुके हैं. इससे पहले उन्होंने 29 जून 2012 को श्रीलंका के खिलाफ 116 रनों की पारी खेली जबकि 1 जुलाई 2012 को पाकिस्तान के खिलाफ 121 रन ठोंके. अंडर-19 वर्ल्ड कप टूर्नामेंट में उन्मुक्त ने 41 के औसत से कुल 246 रन बनाए हैं.