उत्तराखंड में कांग्रेस की सरकार के गठन की संभावना के मद्देनजर सोनिया गांधी पार्टी नेताओं से विचार-मंथन करने वाली हैं. दूसरी ओर बीजेपी भी सरकार बनाने के जुगाड़ में जुट गई है.
सत्ता के लिए जरूरी आंकड़ों के खेल में उत्तराखंड फंस गया है. जो कांग्रेस सत्ता बदलने का सपना संजोए बैठी थी और जिस बीजेपी को वापसी की उम्मीद थी, दोनों को लगा है जोर का झटका.
सत्ता की कुर्सी के लिए बीजेपी और कांग्रेस दोनों को जुगाड़ने होंगे 4-5 विधायक. जनता ने जो फैसला सुनाया है, उसके मुताबिक उत्तराखंड में बीजेपी को 31 और कांग्रेस को 32 सीटें मिली हैं. अन्य के खाते में गई हैं 7 सीटें. जोड़-तोड़ का काम शुरू भी हो चुका है. कांग्रेस निर्दलीय विधायकों पर डोरे भी डाल रही है.
कांग्रेस जोड़तोड़ में लगी है, लेकिन बीजेपी भी चुप नहीं बैठी है. पार्टी के केंद्रीय नेता राजनाथ सिंह बुधवार को देहरादून पहुंचने वाले हैं. बीजेपी का दावा है कि वो सरकार बना लेगी.
अब सबकी नजरें टिकी हैं राज्यपाल पर, क्योंकि मुकाबला कांटे का होने के कारण यह देखना दिलचस्प होगा कि सरकार बनाने का न्योता पहले किस पार्टी को मिलता है.