सामाजिक कार्यकर्ता अरविंद केजरीवाल ने दावा किया कि रॉबर्ट वाड्रा ने डीएलएफ के साथ उनके रिश्तों को लेकर पूछे गये सवालों का जवाब नहीं दिया है. केजरीवाल ने इस बाबत डीएलएफ की सफाई को आधा सच और झूठा करार दिया.
सस्ती लोकप्रियता के लिए केजरीवाल ने लगाए गए आरोपः रॉबर्ट वाड्रा
वाड्रा ने आरोप लगाया है कि केजरीवाल और प्रशांत भूषण सस्ती लोकप्रियता के लिए उन्हें तथा उनके परिवार को बदनाम कर रहे हैं.
केजरीवाल ने इस पर प्रतिक्रिया देते हुए कहा, ‘राबर्ट वाड्रा ने हमारे मकसद पर सवाल खड़ा किया है जो महत्वपूर्ण नहीं है. उन्होंने हमारे सवालों का जवाब नहीं दिया है.’
डीएलएफ के जवाब में आधी सच्चाई और आधा झूठः केजरीवाल
कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी के दामाद वाड्रा ने डीएलएफ के साथ कारोबारी रिश्तों को लेकर लगाये गये आरोपों को पूरी तरह झूठा, निराधार और अपमानजनक कहकर आज खारिज कर दिया.
वाड्रा के साथ किए गए सौदे पारदर्शी: DLF
डीएलएफ ने शनिवार को इन आरोपों को खारिज कर दिया था कि उसने 43 वर्षीय वाड्रा को सरकार से फायदों के ऐवज में बिना गारंटी के धन दिया गया था. कंपनी ने कहा कि उसका वाड्रा के साथ एक उद्यमी के तौर पर पारदर्शी सौदा हुआ था.
केजरीवाल ने कहा, ‘डीएलएफ ने प्रतिक्रिया दी है. यह आधे सच और झूठ से भरी हुई है. काफी जानकारी दबाई गयी है. लेकिन क्या वाड्रा डीएलएफ की प्रतिक्रिया से सहमत हैं या उनकी दूसरी कोई राय है. अगर वह बयान देंगे तो हम सराहेंगे.’
उन्होंने कहा कि वह डीएलएफ की प्रतिक्रिया के कुछ विशेष मुद्दों पर जवाब नहीं दे सकेंगे क्योंकि उनकी टीम इस बारे में काम कर रही है.
उन्होंने कहा, ‘मैंने सावधानी पूर्वक डीएलएफ के जवाब को देखा है. यह स्पष्ट है कि उन्होंने काफी जानकारी दबाई है. अभी मेरे लिए प्रतिक्रिया देना ठीक नहीं होगा. हम सोमवार को विस्तार से जवाब देंगे.’
केजरीवाल और प्रशांत भूषण के आरोपों को खारिज करते हुए डीएलएफ ने कहा कि ना तो उसने किसी राज्य सरकार से कोई अनुचित फायदा उठाया है और ना ही उसे दिल्ली, हरियाणा और राजस्थान की सरकारों की ओर से कोई जमीन आवंटित की गयी.