देश के प्रमुख शराब कारोबारी विजय माल्या ने शनिवार को कहा है कि उन्हें यह कड़वी सीख मिली है कि भारत में अपनी धन-संपदा का प्रदर्शन नहीं करना चाहिए और यहां एक अरबपति राजनीतिज्ञ होना ज्यादा अच्छा है.
यूबी समूह की किंगफिशर एयरलाइंस में लंबे समय से जारी संकट के बीच माल्या ने ट्विट किया, ‘मुझे भारत में यह कड़वी सीख मिली है कि अपनी धन संपदा का प्रदर्शन कतई नहीं करना चाहिए. खादी पहनने वाला अरबपति राजनीतिज्ञ होना इससे ज्यादा बेहतर है.’
माल्या ने सोशल नेटवर्किंग साइट पर लिखा था कि वह ईश्वर के शुक्रगुजार हैं उनका अरबपति का दर्जा छिन गया है. उन्होंने उम्मीद जताई कि इससे अब उनसे ईर्ष्यी या उन पर बेमतलब के हमले कम हो सकेंगे. माल्या फोर्ब्स की अरबपतियों की सूची से बाहर हो गए हैं. उनके विमानन क्षेत्र के कारोबार के ‘बुरे समय’ की वजह से नेटवर्थ घटकर एक अरब डॉलर से नीचे आ गई. बिजनेस पत्रिका की ताजा सूची के अनुसार माल्या अरबपतियों की सूची में 80 करोड़ डॉलर की संपदा के साथ 73वें स्थान पर खिसक गए हैं. पिछले साल वह 1.1 अरब डॉलर की संपदा के साथ 49वें स्थान पर थे.