भाजपा विधायक राजकिशोर केसरी की हत्या के कारण रिक्त हुई बिहार विधानसभा की पूर्णिया सीट पर उपचुनाव के लिए कड़ी सुरक्षा के बीच शनिवार को हुए मतदान में 44. 5 फीसदी वोट पड़े.
तेज बारिश के कारण दो घंटे मतदान बाधित रहने और पूर्णिया शहर के चिमनीबाजार क्षेत्र में छह केंद्रों पर मतदाताओं द्वारा वोटिंग का पूर्ण बहिष्कार को छोड़कर शांतिपूर्वक मतदान संपन्न हुआ.
नियंत्रण कक्ष से प्राप्त जानकारी के अनुसार उपचुनाव में 44.5 फीसदी वोट पड़े, जबकि बीते वर्ष संपन्न चुनाव में 57 फीसदी वोटिंग हुई थी.
आधिकारिक सूत्रों ने बताया कि चिमनीबाजार क्षेत्र के मतदान केंद्र संख्या 82, 83, 84, 85, 86 और 87 पर बिल्कुल मतदान नहीं हुआ. स्थानीय लोग विकास कार्यो में क्षेत्र की उपेक्षा का आरोप लगाते हुए मतदान के लिए नहीं निकले, जबकि इसी क्षेत्र में मतदान केंद्र संख्या 80 और 81 पर मात्र दो-दो मत डाले गये.
पूर्णिया शहर के ही मतदान केंद्र संख्या 55 पर जिलाधिकारी सह निर्वाचन पदाधिकारी ने कर्तव्यपालन में लापरवाही के आरोप में पीठासीन पदाधिकारी को निलंबित कर दिया, जबकि पूर्णिया ईस्ट प्रखंड में केंद्र संख्या 137 पर बिहार पुलिस के एक अवर निरीक्षक पर नशे में धुत रहने के कारण कार्रवाई की गयी.
इस वर्ष चार जनवरी को रुपम पाठक नामक एक महिला ने विधायक केसरी को चाकू मार दिया था जिससे उनकी मौत हो गयी थी.
इस उपचुनाव में कुल सात उम्मीदवार अपनी चुनावी किस्मत आजमा रहे हैं लेकिन मुख्य मुकाबला भाजपा, कांग्रेस और माकपा प्रत्याशियों के बीच है. भाजपा ने राजकिशोर केसरी की पत्नी किरण केसरी, कांग्रेस ने रामचरित्र यादव और माकपा ने अमित सरकार को चुनावी मैदान में उतारा है.
विपक्षी दल लोजपा ने कांग्रेस प्रत्याशी यादव और राजद ने माकपा के उम्मीदवार अमित सरकार को अपना समर्थन दिया है. इस उपचुनाव की मतगणना का कार्य 29 जून को किया जायेगा.