तृणमूल कांग्रेस के संसदीय दल की अहम बैठक से पहले पार्टी के वरिष्ठ नेता सौगत राय ने मंगलवार को संकेत दिया कि अगर खुदरा कारोबार में एफडीआई, सब्सिडीप्राप्त एलपीजी सिलेंडरों की संख्या सीमित करने तथा डीजल के दाम में वृद्धि के कदमों को वापस लेने की मांग नहीं मानी गयी तो पार्टी केंद्रीय मंत्रिपरिषद से अपने मंत्रियों को वापस बुला सकती है.
केंद्रीय शहरी विकास राज्यमंत्री राय ने हालांकि से यह भी कहा कि सरकार से समर्थन वापसी पर कोई चर्चा नहीं हुई है. उन्होंने कहा, ‘ममता बनर्जी ने समर्थन वापसी जैसी कोई बात नहीं कही है. यदि केंद्र हमारी मांगें नहीं मानता है तो हम कड़े निर्णय लेंगे. हमारी दो प्रतिबद्धताएं हैं, पहली कि हम संप्रग सरकार के जनविरोधी फैसलों के खिलाफ संघर्ष करेंगे और दूसरी यह कि सरकार की स्थिरता को सुनिश्चित करना. हमें दोनों के बीच संतुलन बनाना है.’
उन्होंने कहा कि केंद्र ने अबतक तृणमूल कांग्रेस प्रमुख ममता बनर्जी को कोई पेशकश नहीं की है. राय ने कहा, ‘यदि केंद्र (तृणमूल की) मांगें नहीं मानता है तो कड़े फैसले किए जाएंगे. कोई नरम समझौता नहीं होगा. हम सिर्फ शोर ही नहीं करते बल्कि कड़े फैसले भी करते हैं.’
जब उनसे केंद्रीय वित्तमंत्री पी चिदंबरम के उस बयान पर टिप्पणी मांगी गई, जिसमें कहा गया था कि सरकार अपने फैसलों से पीछे नहीं हटेगी, उन्होंने कहा, ‘हमें मालूम है कि आखिरकार प्रधानमंत्री की ही चलेगी.’