टीम अन्ना की प्रमुख सदस्य किरण बेदी ने कहा है कि हम आम आदमी के लिए लड़ रहे हैं और इसके पीछे कोई राजनीतिक उद्देश्य नहीं है. इससे पहले कांग्रेस महासचिव दिग्विजय सिंह ने जन लोकपाल विधेयक के लिए अन्ना हजारे के अभियान को पूरी तरह राजनीतिक करार देते हुए आरोप लगाया कि इसका भ्रष्टाचार से कुछ लेना देना नहीं था.
वहीं दूसरी आरे मजबूत लोकपाल के लिए अनशन से पहले अन्ना हजारे की तबीयत खराब हो गई है. शुक्रवार पूरी रात अन्ना को खांसी होती रही और वह ठीक से सो भी नहीं सके.
अन्ना 27 दिसंबर से अनशन करने पर अड़े हुए हैं. उनके विरोधी उनके इस ऐलान पर यह कहते हुए चुटकी लेते रहे हैं कि अन्ना को अपनी सेहत पर ध्यान देना चाहिए. दिग्विजय सिंह ने शनिवार को एक बार फिर कहा कि अन्ना के साथी खुद तो बढि़या खाना खाते हैं और उनसे उनकी उम्र का ख्याल किए बिना अनशन करवाते हैं.
अन्ना को शायद ठंड लग गई है. वह शनिवार सुबह रोज की तरह जल्दी नहीं उठे. रोज सुबह वह टहलने के बाद योग करते हैं, लेकिन शनिवार को वह देर तक सोते रहे. उन्होंने पत्रकारों से कहा कि अभी तबीयत थोड़ी ठीक नहीं है.
अन्ना का अनशन मुंबई के एमएमआरडीए मैदान में होगा. बांबे हाईकोर्ट ने अन्ना के अनशन के लिए रियायती दर पर मुंबई का एमएमआरडीए मैदान मुहैया कराने की मांग ठुकरा दी.
कोर्ट के फैसले के फौरन बाद अन्ना ने कहा कि उनका अनशन एमएमआरडीए मैदान में ही होगा. मैदान का किराया लोगों से चंदा लेकर जमा किया जाएगा. हालांकि उन्होंने कहा कि साथियों को कोर्ट नहीं जाना चाहिए था.