मध्य प्रदेश में इस वर्ष समर्थन मूल्य पर होने वाली खरीदी प्रक्रिया की जानकारी किसानों को एसएमएस के जरिए दी जाएगी. इसके लिए किसानों का पंजीकरण किया जा रहा है. पंजीकृत किसानों को ही एसएमएस के जरिये बताया जाएगा कि उन्हें किस तारीख में और कब अपनी उपज लेकर खरीदी केंद्र पहुंचना है.
आधिकारिक जानकारी के मुताबिक प्रदेश के सभी 50 जिलों में समर्थन मूल्य पर गेहूं खरीदी के लिए किसानों का अग्रिम पंजीकरण किया जा रहा है. अब तक दो लाख, 75 हजार, 680 किसान पंजीकृत किए जा चुके हैं. यह प्रक्रिया 15 फरवरी तक जारी रहेगी.
खाद्य आयुक्त दीपाली रस्तोगी बताती हैं कि सभी जिलों में ऑन-लाइन पंजीकृत किसानों को एक पावती दी जा रही है. वे फसल के मौसम में खरीदी केंद्र पर इस पावती को दिखा कर ही अपनी उपज बेच सकेंगे. इस पावती में किसान कोड संख्या दर्ज होगी, जिसे कम्प्यूटर में दर्ज करने के बाद सम्बंधित किसान की पूरी जानकारी सामने आ जाएगी. यह जानकारी पंजीयन के वक्त किसानों से जुटाई जा रही है. इसमें किसान का नाम, पता, उसके आधिपत्य की जमीन और उसका आकार, सम्भावित उत्पादन आदि अन्य सभी जरूरी सूचनाएं दर्ज होंगी.
उन्होंने आगे बताया है कि किसान से गेहूं खरीद कर केंद्र से उसे एक अन्य पावती दी जाएगी. इसमें किसान से खरीदे गए गेहूं की मात्रा और उसके अनुरूप दिया जाने वाला समर्थन मूल्य तथा केंद्र और राज्य द्वारा दिए जाने वाले बोनस की पृथक राशि का विवरण भी दर्ज होगा. इस पावती के आधार पर किसानों को उनके क्षेत्र में सम्बंधित बैंक से भुगतान किया जाएगा.
प्रदेश में चल रहे पंजीयन कार्य के तहत अब तक दो लाख, 75 हजार किसानों ने पंजीकरण कराया है. सबसे ज्यादा 28 हजार, 915 किसान अब तक हरदा जिले में पंजीकृत हुए हैं. इसके बाद विदिशा जिले में 26 हजार, 982 और होशंगाबाद जिले में 16 हजार, 217 किसान पंजीकृत किए गए हैं.