अमेरिकी राष्ट्रपति बराक ओबामा की भारत यात्रा के कार्यक्रम के बारे में व्हाइट हाउस बुधवार को घोषणा करेगा.
इस यात्रा के बारे में घोषणा व्हाइट हाउस के शीषर्स्थ अधिकारी, उप राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार माइक फ्रोमन और राजनीतिक मामलों के उप विदेश मंत्री बिल बर्न्स करेंगे.
व्हाइट हाउस के प्रेस सचिव रॉबर्ट गिब्स ने कहा कि इसी यात्रा के दौरान ओबामा दूसरे किन-किन देशों की यात्रा पर जाएंगे, इस बारे में बाद में घोषणा की जाएगी.
यात्रा से जुड़े हुए अधिकारियों के मुताबिक इस यात्रा से भारत को कई आशाएं हैं. यात्रा की तैयारियों से जुड़े सूत्रों ने बताया कि इस यात्रा के पीछे नयी दिल्ली का उद्देश्य ‘अब तक हुई प्रगति को और ठोस बनाना’ और ‘कूटनीतिक खाके को और मजबूत’ बनाना है, जिससे दोनों देशों के बीच की द्विपक्षीय सहभागिता और बढ़ सके.
ओबामा अमेरिका के लगातार तीसरे राष्ट्रपति हैं, जो भारत की यात्रा पर आ रहे हैं. अधिकारियों का मानना है कि ओबामा की भारत यात्रा दोनों के बीच के संबंध को एक नए स्तर पर ले जाएगी.
प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह स्वयं 18 महीने से भी कम समय में ओबामा से छह बार मिल चुके हैं. विदेश मंत्री हिलेरी क्लिंटन इस समय के दौरान कई भारतीय अधिकारियों से मिल चुकी हैं. हिलेरी पिछले साल स्वयं भी भारत आईं थीं.
एक भारतीय कूटनीतिज्ञ के मुताबिक ‘हमारा सहयोग कई क्षेत्रों में है, जिसमें सुरक्षा, व्यापार और आर्थिक संबंधों के अलावा वैज्ञानिक और सामाजिक क्षेत्र भी शामिल हैं.’ उन्होंने इस बात का संकेत दिया कि इस दौरान नयी दिल्ली में कई अमेरिकी कंपनियों के साथ हथियारों से जुड़े कई बड़े समझौतों की भी घोषणा हो सकती है.
यात्रा के दौरान नागरिक उड्डयन क्षेत्र में भी कई समझौते संभावित हैं. अधिकारी ने कहा ‘दोनों सरकारों के सामने बातचीत के लिए कई मुद्दे हैं.’ उन्होंने इस बात पर भी जोर दिया कि इसमें भारत-अमेरिका असैन्य परमाणु समझौता भी शामिल है.