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कौन हैं उपराष्ट्रपति के NDA प्रत्याशी जसवंत सिंह?

भाजपा के नेतृत्व वाले राजग को उपराष्ट्रपति पद के चुनाव के लिए जसवंत सिंह से बेहतर उम्मीदवार नहीं मिल सकता था जो वित्त, रक्षा और विदेश मंत्री रहने के साथ कई पुस्तकों का लेखक और राज्यसभा में विपक्ष का नेता रह चुका हो.

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जसवंत सिंह
जसवंत सिंह

भाजपा के नेतृत्व वाले राजग को उपराष्ट्रपति पद के चुनाव के लिए जसवंत सिंह से बेहतर उम्मीदवार नहीं मिल सकता था जो वित्त, रक्षा और विदेश मंत्री रहने के साथ कई पुस्तकों का लेखक और राज्यसभा में विपक्ष का नेता रह चुका हो.

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भाजपा या राजग का समर्थन नहीं करने वाले भी इस बात से सहमत हैं कि उपराष्ट्रपति पद के लिए संप्रग उम्मीदवार हामिद अंसारी के खिलाफ जसवंत को खड़ा कर विपक्ष ने इस मुकाबले को प्रतिस्पर्धी और गंभीर बना दिया है.

74 वर्षीय जसवंत सिंह 1960 में सेना में मेजर के पद से इस्तीफा देकर राजनीतिक के मैदान में उतरे. अटल बिहारी वाजपेयी के नेतृत्व वाली राजग सरकार में वह अपने कैरियर के शीर्ष पर थे. 1998 से 2004 तक राजग के शासनकाल में जसवंत ने वित्त, रक्षा और विदेश मंत्रालयों का नेतृत्व किया.

जसवंत का राजनीतिक कैरियर कई उतार चढाव से गुजरा और इस दौरान विवादों से उनका चोली दामन का साथ रहा. 1999 में एयर इंडिया के अपहृत विमान के यात्रियों को छुड़ाने के लिए आंतकवादियों रिपीट आंतकवादियों के साथ कंधार जाने के मामले में उनकी काफी आलोचना हुई.

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राजग शासन के दौरान जसवंत सिंह हमेशा अटल बिहारी वाजपेयी के विश्वासपात्र के करीबी रहे. वह ब्रजेश मिश्र और प्रमोद महाजन के साथ वाजपेयी की टीम के अहम सदस्य थे. बाद में वह 2009 तक राज्य सभा में विपक्ष के नेता रहे और गोरखालैण्ड के लिए संघर्ष करने वाले स्थानीय दलों की पेशकश पर दार्जिलिंग से चुनाव लड़े और जीत दर्ज की.

जसवंत सिंह को एक समय ऐसी स्थिति का भी सामना करना पड़ा जब अगस्त 2009 में उन्हें अपनी पुस्तक ‘जिन्नाः भारत विभाजन और स्वतंत्रता’ में पाकिस्तान के संस्थापक मोहम्मद अली जिन्ना की प्रशंसा करने पर भाजपा से निष्कासित कर दिया गया.

भाजपा से निष्काषित किये जाने और पुस्तक पर गुजरात में प्रतिबंध लगाये जाने के बाद जसवंत ने कहा, ‘जिस दिन हम पुस्तकों पर प्रतिबंध लगाना शुरू करेंगे, हम सोच को प्रतिबंधित करेंगे.’ जुलाई 2006 में अपनी एक अन्य पुस्तक ‘ए काल टू आनर..’ में नरसिंह राव सरकार में एक जासूस होने का आरोप लगाने के कारण भी वह विवादों में रहे. बाद में मनमोहन सिंह ने उनसे उस जासूस का नाम बताने की चुनौती दी. भाजपा में उदारवादी छवि वाले नेता के रूप में जाने जाने वाले जसवंत ने आर्थिक सुधारों का हमेशा समर्थन किया.

जसवंत सिंह का जन्म तीन जनवरी 1938 को हुआ था. आरएसएस की पृष्ठभूमि के नहीं होने के बावजूद सिंह ने अटल बिहारी वाजपेयी के नेतृत्व वाली सरकार में अहम भूमिका निभायी. जसवंत ने 1998 में भारत के पोखरण परमाणु परीक्षण के बाद अमेरिका के साथ भारत के संबंधों को पटरी पर लाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभायी जिसकी परिणति तत्कालीन अमेरिकी राष्ट्रपति बिल क्लिंटन की भारत यात्रा के रूप में हुई.

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राष्ट्रपति चुनाव में नजर आये मतभेदों को पीछे छोडते हुए भाजपा के नेतृत्व वाले राजग ने आज सर्वसम्मति से जसवंत सिंह को उप राष्ट्रपति पद का उम्मीदवार घोषित कर दिया. वह संप्रग उम्मीदवार हामिद अंसारी के मुकाबले चुनाव लड़ेंगे. विपक्षी गठबंधन राजग की ओर से उप राष्ट्रपति पद के उम्मीदवार बनाए गए जसवंत सिंह ने कहा कि वह संप्रग के घटक दल तृणमूल कांग्रेस सहित गैर-राजग दलों से समर्थन जुटाने का प्रयास करेंगे.

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