शाहिद बलवा जिसे सीबीआई ने 2जी स्पेक्ट्रम घोटाले में गिरफ्तार किया है उसका पूरा सच आप जानेंगे तो चौंक जाएंगे. शाहिद बल्वा 2जी स्पेक्ट्रम घोटाले के सबसे अहम किरदार माने जाते हैं तो उनका नाम अंडर वर्ल्ड डॉन दाउद इब्राहिम से भी जोड़ा जाता है. इतना ही नहीं, फॉर्ब्स मैगजीन जब भारत के सबसे अमीर लोगों की लिस्ट जारी करती है तो उसमें भी उनका नाम होता है.
डायनेमिक्स बल्वाज ग्रुप यानी डीबीग्रुप के को-फाउंडर और डीबी रियल्टी के प्रोमोटर शाहिद बलवा ऐसी शख्सियत हैं जिन्हें समझना आसान नहीं.
ये 2जी स्पेक्ट्रम घोटाले के मुख्य संदिग्ध हैं तो अंडरवर्ल्ड डॉन दाउद इब्राहिम से भी इनका कनेक्शन होने का शक इन पर किया गया है.
ये देश के एक ऐसे कारोबारी भी हैं कि जिनका प्रतिष्ठित फॉर्ब्स मैगजीन द्वारा जारी देश के सबसे अमीर लोगों की सूची में नाम आता है.
2जी स्पेक्ट्रम घोटाले में शाहीद बलवा का नाम संदिग्धों की सूची में सबसे ऊपर है तो उसकी कई वजहें हैं, एक तो ये पूर्व संचार मंत्री ए राजा के काफी करीबी माने जाते हैं.
इनका संबंध 2004 से पूर्व संचार मंत्री ए राजा से बताया गया है. दूसरा 2जी स्पेक्ट्रम आवंटन सबसे ज्यादा फायदा इन्ही की कंपनी स्वान टेलीकॉम को मिला स्वान टेलीकॉम को सिर्फ 1537 करोड़ में 13 सर्किल के लाइसेंस मिल गए.
2जी स्पेक्ट्रम घोटाले में तो शाहिद बलवा फंसे ही, दाउद इब्राहिम से कनेक्शन का भी इन पर पुराना संदेह है. कहा जाता है कि यूएई की जिस एत्तिसलात कंपनी को बलवा ने अपनी कंपनी स्वान टेलीकॉम का 45 फीसदी स्टेक बेचा उस एत्तिसलात कंपनी का अच्छा खासा स्टेक पाकिस्तान टेलीकॉम कॉर्पोरेशन लिमिटेड में भी है जो कि एक तरह से आईएसआई की ही निगरानी में रहता है.
2010 में बलवा की संपत्ति 1.06 खरब अमेरिकी डॉलर थी और इनका नाम फॉर्ब्स की सबसे अमीरों की लिस्ट में 66वें नंबर पर था. लेकिन पहले दाउद से कनेक्शन के आरोप और फिर 2जी स्पेक्ट्रम घोटाले में नाम आने के बाद बलवा की इज्जत मिट्टी में मिल गई है.