बांग्लादेश ने भारत के प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह के आगामी बांग्लादेश दौरे में शामिल नहीं होने के पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी के फैसले पर निराशा जतायी है.
बांग्लादेश की प्रधानमंत्री शेख हसीना के विदेश मामलों के सलाहकार गौहर रिजवी ने बताया, ‘हम उनके नहीं आने से निराश होंगे, क्योंकि वह बांग्लादेश की बहुत अच्छी मित्र हैं और हमारी प्रधानमंत्री की करीबी मित्र हैं. हमारे देश में उनके काफी प्रशंसक हैं.’
उन्होंने कहा कि उनका इस दौरे पर नहीं आने का फैसला भारत का अंदरूनी मामला है. गौहर ने कहा, ‘हमें यकीन है कि आने में असमर्थ होने के बावजूद वह जल्द ही बांग्लादेश का दौरा करेंगी और उस वक्त उनका भव्य स्वागत किया जाएगा.’ मीडिया में आई खबरों के अनुसार ममता बनर्जी इस दौरे में तीस्ता जल संधि पर हस्ताक्षर किए जाने को लेकर खफा हैं.
खबरों के अनुसार ममता इस समझौते के वर्तमान मसौदे के कुछ बिंदुओं पर असहमत हैं. वह चाहती हैं कि ‘इस समझौते से उनके राज्य के हितों को कोई नुकसान नहीं पहुंचे.’
खबरों में यह भी कहा गया है कि ममता ने अपने राज्य में आई बाढ़ और दुर्गा पूजा को भी इस दौरे में शामिल होने में असमर्थ होने का कारण बताया है. इस दौरे में प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह के साथ चार और राज्यों के मुख्यमंत्री भी जा रहे हैं, जिनकी सीमाएं बांग्लादेश से लगती हैं. गौहर ने कहा, ‘ममता बनर्जी की चिंता पश्चिम बंगाल और नई दिल्ली के बीच का विषय है.’