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भारद्वाज को हटाने की मांग जारी रखेंगे: येदियुरप्पा

केंद्र सरकार द्वारा कर्नाटक में राष्ट्रपति शासन लगाने की राज्यपाल हंसराज भारद्वाज की सिफारिश के खारिज किये जाने के बावजूद मुख्यमंत्री बीएस येदियुरप्पा ने कहा है कि वे आगे भी राज्यपाल को वापस बुलाये जाने की मांग जारी रखेंगे, जिन्होंने ‘पक्षपाती तरीके से काम किया’.

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बीएस येदियुरप्पा
बीएस येदियुरप्पा

केंद्र सरकार द्वारा कर्नाटक में राष्ट्रपति शासन लगाने की राज्यपाल हंसराज भारद्वाज की सिफारिश के खारिज किये जाने के बावजूद मुख्यमंत्री बीएस येदियुरप्पा ने कहा है कि वे आगे भी राज्यपाल को वापस बुलाये जाने की मांग जारी रखेंगे, जिन्होंने ‘पक्षपाती तरीके से काम किया’.

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येदियुरप्पा ने संवाददाताओं से कहा, ‘‘मैं कर्नाटक के राज्यपाल के विधानसभा को निलंबित रखे जाने की सिफारिश को स्वीकार नहीं करने के लिये भारत सरकार की प्रशंसा करता हूं. यह लोकतंत्र और मेरी सरकार के लिये एक बड़ी जीत है, जिसे पूर्ण बहुमत हासिल है.’’

इससे पहले केंद्र सरकार द्वारा गत रात को राज्यपाल की सिफारिश को खारिज किये जाने के बाद भारद्वाज ने कैबिनेट के दो जून को विधानसभा सत्र बुलाने के सुझाव को अपनी सहमति दे दी. हालांकि इससे येदियुरप्पा और भाजपा संतुष्ट नहीं हुए और पार्टी ने राज्यपाल को वापस बुलाने की अपनी मांग को नहीं छोड़ने का फैसला किया.

येदियुरप्पा ने कहा, ‘‘यह कुछ नहीं, बस कांग्रेस पार्टी की राजनीतिक साजिश है. यह देश के संघीय ढांचे और केंद्र राज्य संबंधों पर सरकारिया आयोग के सुझावों पर हमला है.’’ सूत्रों ने बताया कि मुख्यमंत्री ने कहा कि वे एक सप्ताह बाद राजधानी लौटेंगे और प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह तथा गृहमंत्री पी चिदंबरम से मुलाकात कर भारद्वाज को हटाने के लिये दबाव डालेंगे.

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भाजपा ने यह भी घोषणा की है कि राज्यपाल की रिपोर्ट खारिज होने पर उनके पद छोड़ने संबंधी पार्टी की मांग में कोई बदलाव नहीं आया है. भाजपा महासचिव सीटी रवि और प्रवक्ता अयानूर मंजूनाथ तथा प्रकाश ने संवाददाताओं से कहा, ‘‘हमने राज्य के विभिन्न हिस्सों में प्रस्तावित रैलियों को 25 मई तक रद्द करने का फैसला किया है, लेकिन भारद्वाज को वापस बुलाने की मांग वाला हमारा अभियान किसी अन्य रूप में जारी रहेगा. राज्यपाल द्वारा इस्तीफा देने तक हम आराम नहीं करेंगे.’’

इन नेताओं ने राज्यपाल की रिपोर्ट खारिज करने पर प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह के अलावा राजनीतिक मामलों की कैबिनेट समिति में शामिल नेताओं को धन्यवाद दिया. मंजूनाथ ने कहा, ‘‘प्रधानमंत्री ने राजग प्रतिनिधिमंडल से वादा किया था कि कर्नाटक मुद्दे पर कुछ भी असंवैधानिक नहीं होने दिया जाएगा. प्रधानमंत्री ने अपने वादे का सम्मान किया.’’

भाजपा नेताओं ने अगले विधानसभा चुनावों में भी जीत दर्ज करने का भरोसा जताया. उन्होंने कहा, ‘‘दो साल बाद हम लोगों के समर्थन से फिर से सत्ता में वापस आएंगे.’’ मंजूनाथ ने मांग की कि राज्यपाल, कांग्रेस और जेडीएस नेताओं को अपनी राजनीतिक इच्छाओं को पूरा करने के लिए राज्यपाल पद का ‘प्रयोग’ करने के लिए कर्नाटक के लोगों से माफी मांगनी चाहिए.

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