सामाजिक कार्यकर्ता अन्ना हजारे ने सोमवार को कहा कि भ्रष्टाचार के खिलाफ लड़ाई में उनका जोर मुख्य रूप से जिन इलाकों पर होगा, गोवा का खनन क्षेत्र उनमें से एक है.
अन्ना हजारे ने गोवा में एक जनसभा को संबोधित किया. उन्होंने कहा कि खनन क्षेत्र की गणना देश में कालाधन की कमाई वाले एक बड़े हिस्से के रूप में होती है.
उन्होंने कहा, 'भारत के खनन क्षेत्र में बहुत भ्रष्टाचार है और इससे से उचित तरीके से निपटने की जरूरत है. इसकी गिनती देश में कालाधन उगाहने वाली प्रणाली के एक बड़े हिस्से के रूप में होती है.'
ज्ञात हो कि सर्वोच्च न्यायालय के सेवानिवृत्त न्यायाधीश एम.बी. शाह की अध्यक्षता वाले जांच आयोग ने 35,000 करोड़ रुपये की अनियमितता पाई थी. इसके बाद सर्वोच्च न्यायालय ने गोवा में खनन पर प्रतिबंध लगा दिया है.
अन्ना हजारे ने कहा, 'मैं जानता हूं कि आप लोग कठिनाइयों से गुजर रहे हैं. मैं जानता हूं कि भ्रष्टाचार और दमनकारी खनन लॉबी से लड़ना कितना मुश्किल होता है. इसलिए भ्रष्टाचार के खिलाफ अपने अभियान में मैं अपने लक्ष्य वाले इलाकों में से एक खनन क्षेत्र में भ्रष्टाचार के खिलाफ लड़ूंगा.'
उन्होंने यह भी कहा कि पर्यावरण और प्रकृति की कीमत पर खनन किया जा सकता.
अन्ना हजारे ने कहा, 'हम प्रकृति की उपेक्षा कर ज्यादा दिन जीवित नहीं रह सकते. यदि प्रकृति का दोहन इसी तरह जारी रहा तो हम भी जल्द ही मटियामेट हो जाएंगे.'