भंग टीम अन्ना की प्रमुख सदस्य किरण बेदी ने सोमवार को कहा कि वह चाहती हैं कि इंडिया अगेंस्ट करप्शन (आईएसी) राष्ट्रीय आंदोलन चलाती रहे. उन्होंने संगठन के सदस्यों से कहा कि वे अपने आंदोलनों में सत्तारूढ़ कांग्रेस को निशाना बनाएं.
राष्ट्रीय राजधानी में रविवार को अरविंद केजरीवाल के नेतृत्व में किए गए प्रदर्शनों में किरण बेदी शामिल नहीं हुई थीं, जिस वजह से टीम के सदस्यों में मतभेद की अटकलों को हवा मिली थी. सोमवार को भी उनके बयान ने कुछ ऐसा ही संकेत दिया.
किरण ने कहा कि आईएसी को उस राजनीतिक पार्टी पर दबाव बनाना चाहिए जो कानून दे सकती है.
उन्होंने कहा कि वह आईएसी द्वारा किए जाने वाले अगले प्रदर्शन में तभी शामिल होंगी यदि वह दलगत राजनीति से परे रहे, सबको साथ लेकर चले और हर किसी को एक ही कूची से न रंगे.
आजतक द्वारा यह पूछे जाने पर कि क्या वह आईएसी के आंदोलन चलाने के तरीके से नाराज हैं, किरण ने कहा, 'निश्चित रूप से मैं चाहती हूं कि इस आंदोलन का जो पहले राष्ट्रीय स्वरूप था, वह कायम रहे.'
उन्होंने ट्विटर पर एक समर्थक से कहा कि वह इस पक्ष में हैं कि आंदोलन को सिर्फ सत्ताधारी पार्टी पर केंद्रित किया जाए जो जवाबदेह है. वे अकेले ही सड़ी हुई व्यवस्था को बदलने की ताकत रखते हैं.
केजरीवाल ने बाद में संवाददाताओं से कहा कि किरण बेदी ने उनसे कहा था कि वह भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) को निशाना बनाए जाने के खिलाफ हैं और चाहती हैं कि केवल कांग्रेस पर प्रहार किया जाए.