रुचिका गिरहोत्रा छेड़छाड़ मामले में सीबीआई ने कहा था कि किसी ने इस बात की गवाही नहीं दी कि हरियाणा के पूर्व पुलिस महानिदेशक एसपीएस राठौर ने रुचिका के भाई आशु को प्रताड़ित किया था. सीबीआई के इस दावे को आज एक प्रत्यक्षदर्शी ने चुनौती देते हुये कहा कि सीबीआई ने अपनी आखिरी रिपोर्ट में उसकी गवाही को शामिल नहीं किया.
पंचकुला निवासी एक स्कूल के मालिक विजय धीर ने दावा किया है कि राठौर की शह पर आशु को पुलिस ने प्रताड़ित किया जिसके वह प्रत्यक्षदर्शी थे.
धीर ने कहा कि मैं पूरे घटनाक्रम का प्रत्यक्षदर्शी हूं जब पुलिस ने हमारी सोसाइटी में आशु को नंगा कर हाथ बांधकर उसकी परेड कराई थी. मैंने हरियाणा पुलिस के उत्पीड़न के बारे में अपनी गवाही के दौरान सीबीआई को यह बात बताई थी. धीर ने दावा किया कि सीबीआई ने अपनी आखिरी रिपोर्ट में उनके बयान की अनदेखी की.
धीर नब्बे के दशक में गिरहोत्रा परिवार के पड़ोसी थे. उन्होंने कहा कि जांच के दौरान सीबीआई ने मुझसे सात घंटे पूछताछ की थी लेकिन अपनी रिपोर्ट में मेरी गवाही को शामिल नहीं किया.