भट्टा परसौल की महिलाओं ने पुलिसवालों पर रेप का इल्जाम लगाया है. इन महिलाओं ने साफ कहा कि इनके साथ पुलिसवालों ने रेप किया. इस ममाले में कोर्ट ने पीएसी के 15 जवानों और कमांडर पर कार्रवाई के आदेश दिए हैं.
करीब पांच महीने पहले के वाकये को याद कर अब भी ये महिलाएं सहम उठती हैं. आजतक के सामने इन महिलाओं ने मई में हुई वारदात को बयां किया. इन महिलाओं ने साफ कहा कि पुलिस के जवानों ने इनके साथ बलात्कार किया.
बलात्कार की शिकार इन महिलाओं और गांववालों की माने तो पुलिस के जवानों ने भट्टा परसौल में 7 महिलाओं को अपनी हवस का शिकार बनाया था. लेकिन जब ये आरोपी जवानों के खिलाफ थाने में रिपोर्ट लिखाने गए तो इन्हें बैरंग लौटा दिया गया.
7 महिलाओं के साथ बलात्कार हुआ और भी कई महिलाओं के साथ हुआ लेकिन वो शर्म की वजह से जा नहीं पाई. पीडित महिलाएं इस मामले को लेकर महिला आयोग और अदालत के दरवाजे पर पहुंची और इन महिलाओं को तब जाकर न्याय की उम्मीद जगी जब अदालत ने कंपनी कमांडर समेत 15 लोगों के खिलाफ बलात्कार का मामला दर्ज करने का आदेश दिया.
हैरानी की बात ये है कि एसपी ग्रामीण अब भी पुलिसवालों का बचाव कर रहे हैं. पीडि़तों में से एक महिला ने कोर्ट में याचिका दायर कर ये भी कहा था कि पीएसी के जवानों ने उसकी जमीन पर कैंप बना रखा है. अदालती आदेश के बाद महिला की जमीन तो खाली कर दी गई लेकिन पीएसी के जवान सुरक्षा का हवाला देकर अब भी गांव में एक किनारे तंबू लगाकर रह रहे हैं.
ज़मीन अधिग्रहण की झड़प का दंश झेल चुके इन गांववालों को 7 मई 2011 का वो दिन भुलाए नहीं भूलता, जब गांव में धरने पर बैठे लोगों पर पुलिस ने लाठीचार्ज किया था. दरअसल भट्टा परसौल उस समय चर्चा में आ गया था जब राहुल गांधी अचानक यहां के दौरे पर पहुंच गए थे. उस समय कांग्रेस ने यहां की महिलाओ से रेप का इल्जाम लगाया था लेकिन राज्य सरकार ने इसे सिरे से खारिज कर दिया था. लेकिन अब एक बार फिर ये मामला सामने आने पर सियासी रंग लेने के आसार बढ़ गए हैं.