देश की सबसे प्रतिष्ठित पत्रिका इंडिया टुडे इस साल भी कामयाबी की मिसाल बननेवाली महिलाओं को सम्मानित कर रही है. यह लगातार तीसरा साल है जब इंडिया टुडे ने वूमेन समिट एंड अवार्ड का आयोजन किया है. मुंबई में हुए इस समारोह का उद्घाटन इंडिया टुडे के एडिटर इन चीफ अरुण पुरी ने किया.
उन्होंने अपने उद्घाटन भाषण में कहा, ‘अपनी कोशिशों से महिलाएं काफी ताकतवर हुई हैं. पहले की अपेक्षा ज्यादा महिलाएं घरेलू कामकाज छोड़ पेशेवर दुनिया में पहुंच रही हैं. 1987 में कामकाजी महिलाओं का प्रतिशत 13 था जो 2001 में बढ़कर 25 फीसदी हो गया है.’
उन्होंने बताया, ‘कामकाजी भारतीय महिलाओं का यह प्रतिशत काफी देशों में कामकाजी महिलाओं की तादाद से काफी ज्यादा है.’
अरुण पुरी ने कहा, ‘एक नए शोध के मुताबिक दुनिया में कुल सीईओ का 11 फीसदी भारतीय महिलाएं हैं. ये आंकड़े पश्चिमी दुनिया के लोगों को चौंकाते हैं.’
टीवी होस्ट, शेफ और लेखिका पद्मा लक्ष्मी ने इस मौके पर कहा. ‘सफलता एक पेड़ की तरह है, जिसे हरवक्त रखरखाव की जरूरत होती है. वैसे ही आपको अपनी प्रगति के लिए खुद का बच्चों की तरह ख्याल रखना होता है और ये सबकुछ आपके दिमाग से ज्यादा आपकी आत्मा के मुताबिक होना चाहिए.’
इस समारोह में 12 सफल महिलाएं हिस्सा ले रही हैं जो अपनी कामयाबी की कहानी से लोगों को रू-ब-रू करायेंगी.