उत्तर प्रदेश के भट्टा पारसौल गांवों में किसानों के आंदोलन के दौरान कथित बलात्कार की घटनाएं होने संबंधी कयासों पर विराम लगाते हुए केंद्र सरकार ने गुरुवार को कहा कि एक जांच समिति के अनुसार पुलिसकर्मियों ने महिलाओं को न सिर्फ बुरी तरह उत्पीड़ित किया बल्कि ‘‘ इससे भी बड़े अपराध किए.’’
महिला एवं बाल विकास मंत्री कृष्णा तीरथ ने 11 अगस्त को राज्यसभा को एक लिखित जवाब में बताया था, ‘‘ राष्ट्रीय महिला आयोग द्वारा गठित जांच समिति ने 12 मई 2011 को उत्तर प्रदेश में भट्टा पारसौल गांवों का दौरा किया. जांच समिति द्वारा बलात्कार के किसी विशिष्ट मामले की पुष्टि नहीं की गयी.’’ कृष्णा ने गुरुवार को अपने जवाब में सुधार करते हुए कहा, ‘‘ जांच समिति ने अपनी प्रारंभिक रिपोर्ट में कहा है कि पुलिसकर्मी जबरदस्ती घरों में घुस गए, कीमती चीजें और नकदी लूट ली, घर के सामान को तहस नहस कर दिया, महिलाओं के कपड़े फाड़ दिए और उन्हें निर्वस्त्र रखा, उन्हें बुरी तरह उत्पीड़ित किया और ‘इससे भी बड़े अपराध किए.’ समिति की अंतिम रिपोर्ट अभी नहीं मिली है.’’ उल्लेखनीय है कि कांग्रेस महासचिव राहुल गांधी ने किसानों के आंदोलन के दौरान गांव का दौरा किया था और आरोप लगाया था कि महिलाओं के साथ बलात्कार हुए.