भाजपा नेता यशवंत सिन्हा द्वारा राहुल गांधी की तुलना शादी में दूल्हे को ले जाने वाले घोड़े से किए जाने पर कांग्रेस ने रविवार को कड़ी प्रतिक्रिया की और कहा कि भाजपा को नितिन गडकरी के बारे में चिंता करनी चाहिए जो भ्रष्टाचार के आरोपों का सामना कर रहे हैं.
सिन्हा ने शनिवार को झारखंड के बोकारो में कहा था, ‘राहुल गांधी घोड़े की तरह हैं जो शादी में दूल्हे को अपनी पीठ पर बैठा कर ले जाता है.’ भाजपा नेता ने कहा था, ‘घोड़ा हमेशा एक स्थान पर अटक जाता है. यह आगे नहीं बढ़ता. उसी तरह, राहुल गांधी भी आगे नहीं बढ़ते. इस सिलसिले में बहुत से प्रयास किए जा रहे हैं कि वह कुछ करें, लेकिन वह नहीं करते. कुछ उन्हें बढ़ाना चाहते हैं, लेकिन वह फिर भी नहीं बढ़ते. अब तक वह तैयार नहीं हैं, मनमोहन सिंह कुछ कैसे कर सकते हैं? आज यह संकट है.’
सिन्हा की टिप्पणी पर कड़ी प्रतिक्रिया करते हुए कांग्रेस महासचिव दिग्विजय सिंह ने दिल्ली में कहा कि भाजपा नेता को पहले यह स्पष्ट करना चाहिए कि वह गडकरी को अपनी पार्टी का प्रमुख मानते हैं या नहीं.
भाजपा नेता पर हमला बोलते हुए कांग्रेस नेता और सूचना एवं प्रसारण मंत्री मनीष तिवारी ने कहा कि यदि सिन्हा अपनी पार्टी की समस्याओं पर ध्यान दें तो यह उनके और भाजपा के लिए बेहतर रहेगा.
तिवारी ने संभवत: पूर्ति समूह को संदिग्ध फंडिंग के मामले में गडकरी पर लगे आरोपों के मद्देनजर कहा, ‘सिन्हा का हम काफी सम्मान करते हैं. लेकिन सिन्हा और भाजपा के लिए बेहतर रहेगा कि वह भाजपा के खुद के मुद्दों पर ध्यान दें.’ वाणिज्य एवं उद्योग मंत्री आनंद शर्मा ने कहा कि यदि सिन्हा गडकरी और भाजपा की दशा पर टिप्पणी करें तो उचित रहेगा.
शर्मा ने कहा, ‘मनमोहन सिंह देश के प्रधानमंत्री हैं और कांग्रेस पार्टी से ताल्लुक रखते हैं. यशवंत सिन्हा को भाजपा के सामने आ रही स्थिति की चिंता करनी चाहिए. यदि वह गडकरी और भाजपा की दशा पर टिप्पणी करते हैं तो उचित रहेगा.’ कांग्रेस के एक और नेता तथा मानव संसाधन विकास राजय मंत्री जितिन प्रसाद ने कहा कि सिन्हा को कांग्रेस पार्टी पर ध्यान देने की बजाय अपने राष्ट्रीय अध्यक्ष पर ध्यान देना चाहिए.
प्रसाद ने कहा, ‘जहां तक सिन्हा की बात है तो मनमोहन सिंह को देश का जनादेश प्राप्त है. और हमने उनके साथ चुनाव जीता तथा हमने पांच साल के लिए जनादेश हासिल किया.’ उन्होंने कहा, ‘मेरा मानना है कि उनके (सिन्हा) लिए बेहतर रहेगा कि वह हमारी पार्टी पर ध्यान देने की बजाय अपने राष्ट्रीय अध्यक्ष पर ध्यान दें.’ कांग्रेस सांसद संदीप दीक्षित ने कहा कि 2009 के लोकसभा चुनाव में पार्टी को विजय दिलाने वाले राहुल गांधी ने अपना नेतृत्व साबित कर दिया है.
उन्होंने कहा, ‘और मेरा मानना है कि भाजपा को इस तथ्य से भलीभांति अवगत होना चाहिए कि उनका (राहुल) नेतृत्व बढ़ने के साथ ही उनका प्रभाव भी बढ़ रहा है, उनकी शक्ति बढ़ रही है. जब वह मैदान में उतरेंगे तो भाजपा को स्वयं ही पता चल जाएगा.’