कर्नाटक उच्च न्यायालय ने पूर्व मुख्यमंत्री बी एस येदियुरप्पा की अंतरिम जमानत याचिका पर सुनवाई 20 अक्तूबर तक स्थगित कर दी. येदियुरप्पा को सरकारी जमीनों को गैर अधिसूचित करने में कथित अनियमितताओं के मामले में गिरफ्तार किया गया है.
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न्यायमूर्ति बी वी पिंटो ने येदियुरप्पा द्वारा कल दाखिल अर्जी पर सुनवाई टाल दी. पूर्व मुख्यमंत्री ने गत शनिवार को लोकायुक्त अदालत में समर्पण किया था. इससे पहले अदालत ने उनकी जमानत अर्जी खारिज कर दी थी.
जज ने याचिकाकर्ता सिराजिन बाशा के वकील सी एच हनुमंतराय की याचिका को खारिज कर दिया जिसमें उन्होंने जमानत अर्जी पर अपनी आपत्तियां दाखिल करने के लिए 20 दिन का वक्त मांगा था.
येदियुरप्पा के वकील रवि बी नाइक ने इसका विरोध कतरे हुए कहा कि चूंकि यह केवल अंतरिम जमानत अर्जी है इसलिए इस पर यथासंभव जल्दी सुनवाई होनी चाहिए.
लोकायुक्त अदालत ने 15 अक्तूबर को येदियुरप्पा को 22 अक्तूबर तक की न्यायिक हिरासत में भेजा था.
येदियुरप्पपा के खिलाफ बाशा ने सरकारी जमीन को गैर अधिसूचित करने में कथित अनियमितता के सिलसिले में अब तक पांच निजी शिकायतें दाखिल की हैं.
पूर्व मुख्यमंत्री को 15 अक्तूबर को सीने में दर्द और उच्च रक्तचाप की शिकायत के बाद सरकारी जयदेव इंस्टीट्यूट ऑफ कार्डियोलॉजी में भर्ती कराया गया था जहां उनका उपचार चल रहा है.
अस्पताल के निदेशक डॉ सी एन मंजूनाथ ने आज संवाददाताओं से कहा कि येदियुरप्पा को आज शाम तक अस्पताल से छुट्टी दी जा सकती है.