घोटाले के आरोप में फंसे कर्नाटक के पूर्व मुख्यमंत्री बी.एस. येदियुरप्पा ने सोमवार को फिर से मुख्यमंत्री का पद दिए जाने की अपनी मांग वापस ले ली, जिससे सत्तारूढ़ भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) को राहत मिली है.
येदियुरप्पा ने मांग उठाए जाने के लिए अंतत: बीजेपी के केंद्रीय नेताओं को जिम्मेदार ठहराया. उन्होंने कहा कि पार्टी के शीर्ष नेताओं ने पिछले वर्ष जुलाई में उन पर पद छोड़ने के लिए दबाव दिया था और वादा किया था कि छह महीने के अंदर उन्हें फिर से पद दे दिया जाएगा.
बीजेपी अध्यक्ष नितिन गडकरी के यह कहने के तीन दिन बाद कि भ्रष्टाचार के आरोपों से मुक्त होने के बाद ही उन्हें फिर से मुख्यमंत्री पद दिया जा सकता है, येदियुरप्पा ने कहा, 'अब मैं पद मांगने के लिए दिल्ली नहीं जाऊंगा.'
येदियुरप्पा ने 70वां जन्मदिन मनाए जाने के लिए आयोजित एक समारोह में कहा कि उस पार्टी को छोड़ने का सवाल ही नहीं उठता, जिसे मैंने 40 वर्षों में बनाया है. इस बीच उन्होंने कहा कि वह पार्टी को मजबूत करने के लिए राज्य का दौरा करेंगे. राज्य में विधानसभा चुनाव अप्रैल-मई 2013 में होगा.