भाजपा के शीर्ष नेताओं की अंतिम कोशिशों के बावजूद पार्टी छोड़ने पर अड़े पूर्व मुख्यमंत्री बी एस येदियुरप्पा ने सोमवार को कहा कि पार्टी से अपनी विदाई को वह महीने के आखिर तक के लिए बढ़ा सकते हैं.
येदियुरप्पा ने संवाददाताओं को बताया, ‘इससे पहले, मैंने 9 दिसंबर को पार्टी छोड़ने का फैसला किया था लेकिन अब मैं संभवत: महीने के आखिर तक भाजपा छोडूंगा.’ भाजपा के वरिष्ठ नेता अरुण जेटली के साथ अपनी गोपनीय बैठक के बारे में पूछे जाने पर पार्टी नेतृत्व के ‘बुरे व्यवहार’ से गुस्साए येदियुरप्पा ने कहा, ‘मुझसे मिलने आने वाले किसी भी व्यक्ति का स्वागत है क्योंकि मैं अछूत नहीं हूं.’ येदियुरप्पा ने कहा कि जेटली ने उनसे मुलाकात की लेकिन दोनों के बीच क्या बातचीत हुई इसकी जानकारी देने से उन्होंने इंकार कर दिया.
जेटली 10 नवंबर की रात को यहां आए थे और पूर्व मुख्यमंत्री से संघ के एक नेता के यहां मुलाकात कर लिंगायत समुदाय के शक्तिशाली नेता को मनाने का प्रयास किया था.
एक अन्य सवाल के जवाब में, येदियुरप्पा ने कहा कि भाजपा छोड़ने और अपनी पार्टी बनाने की योजना से पीछे हटने का कोई सवाल ही पैदा नहीं होता.