कर्नाटक के मुख्यमंत्री बी एस येदियुरप्पा ने पलटवार करते हुए राज्यपाल एच आर भारद्वाज द्वारा अभियोजन चलाने की मंजूरी के बाद पद छोड़ने से इंकार कर दिया है. येदियुरप्पा ने राज्यपाल को ‘संप्रग का राजनीतिक एजेंट’ करार दिया और कहा कि वह भाजपा सरकार को अस्थिर करने का प्रयास कर रहे हैं.
राज्यपाल के निर्णय के परिप्रेक्ष्य में उनसे इस्तीफा देने के बारे में पूछने पर उन्होंने पलटवार किया, ‘मुझे क्यों ऐसा करना चाहिये.’ उन्होंने कहा, ‘अगर भारत में कोई किसी (मुख्यमंत्री) के खिलाफ शिकायत करता है, तो क्या किसी ने इस्तीफा दिया है. मैं क्यों इस्तीफा दूं.’
मुख्यमंत्री ने भूमि घोटाले एवं भ्रष्टाचार पर राज्यपाल द्वारा अभियोजन चलाने के राज्यपाल के निर्णय को ‘असंवैधानिक और दुर्भावनापूर्ण’ करार देते हुए कहा वह ‘शत-प्रतिशत’ अपने को निर्दोष साबित करेंगे येदियुरप्पा ने राज्यपाल को संप्रग का राजनीतिक एजेंट करार दिया और आरोप लगाया कि उनका मिशन भाजपा सरकार को अस्थिर करना प्रतीत होता है.
उन्होंने यह भी आरोप लगाया कि राज्यपाल ने विपक्षी कांग्रेस और जद एस से विचार-विमर्श कर निर्णय किया.{mospagebreak}
कर्नाटक के गौरव को वापस लौटाने की बात करते हुए येदियुरप्पा ने भारद्वाज द्वारा उनकी सरकार के खिलाफ टिप्पणी कर राज्य के लोगों की भावनाओं को चोट पहुंचाने का आरोप लगाया.
येदियुरप्पा ने कहा, ‘राज्यपाल ने लोगों की भावना और कर्नाटक के गौरव को ठेस पहुंचाई है.’ उन्होंने कहा कि लोगों ने आज बंद का आह्वान कर अपनी भावनाओं से अवगत भी कराया है. मुख्यमंत्री ने कहा कि उनकी बढ़ती लोकप्रियता, राज्य की तेज प्रगति, विकास कार्यक्रम के साथ-साथ कानून-व्यवस्था की स्थिति अच्छी होने एवं अच्छी वित्तीय स्थिति से ‘लगता है कि राज्यपाल परेशान हैं.’
उन्होंने कहा कि अभियोजन की मंजूरी देकर जो चुनौती पेश की गई है उसका वह ‘राजनीतिक और कानूनी रूप से’ मुकाबला करेंगे. उन्होंने कहा, ‘राज्यपाल ने न तो मुझे शिकायतकर्ता की याचिका की प्रति देना ठीक समझा और न ही इस पर मेरे विचार जानने का अवसर दिया.’