भ्रष्टाचार और भाई-भतीजावाद के आरोपों का सामना कर रहे कर्नाटक के मुख्यमंत्री बी एस येदियुरप्पा ने राज्य नेतृत्व में परिवर्तन की संभावना इनकार किया है.
इसके साथ ही मुख्यमंत्री ने इस बात को भी खारिज कर दिया कि भाजपा प्रमुख नितिन गडकरी और राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ उनसे प्रसन्न नहीं है. विपक्ष के आरोपों का सामना कर रहे येदियुरप्पा ने कहा, ‘‘मैंने कल पार्टी प्रमुख नितिन गडकरी से बातचीत की और आरोपों के संबंध में मीडिया में आ रही खबरों से उन्हें अवगत कराया.’’
मुख्यमंत्री के इस्तीफे की मांग कर रहे विपक्ष का आरोप है कि उन्होंने एक कंपनी को भूमि आवंटित की जिसमें उनके दो पुत्र भागीदार हैं. उन्होंने यहां संवाददाताओं से कहा, ‘‘ मैं शेष ढाई साल तक मुख्यमंत्री के पद पर कायम रहूंगा.’’ उन्होंने दावा किया कि गडकरी ने उनकी सरकार के कामकाज पर प्रसन्नता का इजहार किया. वहीं पार्टी सूत्रों ने बताया कि पार्टी प्रमुख स्थिति का मौके पर जायजा लेने के लिए बेंगलूर का दौरा करेंगे.
येदियुरप्पा ने कहा, ‘‘ऐसी खबरें कि गडकरी और संघ मुझसे नाराज है, सिर्फ मीडिया की उपज है.’’ मुख्यमंत्री ने इससे इनकार किया कि उन्होंने राष्ट्रीय महासचिव एच एन अनंतकुमार के बारे में अपनी सरकार के खिलाफ काम करने और सरकार को अस्थिर करने का आरोप लगाते हुए पार्टी के शीर्ष नेताओं को लिखा है.{mospagebreak}
उन्होंने कहा, ‘‘अनंतकुमार और मैंने पार्टी को मजबूत करने के लिए काम किया है. हमारे बीच कोई मतभेद नहीं है.’’ पार्टी सूत्रों के अनुसार गडकरी जल्दी ही बेंगलूर आएंगे और वह राज्य के पार्टी नेताओं से बातचीत करेंगे. लेकिन उनके आने की तारीख अभी तय नहीं है.
उन्होंने आज कहा कि कैबिनेट की शाम को बैठक होगी जिसमें पिछले 10 साल के दौरान भूमि आवंटन और अधिसूचना वापस लिए जाने की जांच के लिए न्यायिक जांच की ‘‘प्रकृति’’ पर फैसला किया जाएगा. उन्होंने कहा कि कैबिनेट यह तय करेगा कि न्यायिक जांच का जिम्मा उच्चतम न्यायालय के मौजूदा न्यायाधीश को सौंपा जाए या किसी अवकाशप्राप्त न्यायाधीश को.
पार्टी सूत्रों के अनुसार ऊर्जा मंत्री शोभा करंदलजे और आईटी मंत्री के एस नायडू सहित कुछ मंत्रियों के खिलाफ आरोपों पर भी गंभीर है. उन्होंने बताया कि ऐसे और मामलों के सामने आने पर संघ पहल कर सकता है.
इस बीच भाजपा कर्नाटक के प्रमुख के एस ईश्वरप्पा ने प्रमुख कन्नड़ दैनिक को कानूनी नोटिस भेजने का फैसला किया है.