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दिग्विजय सिंह ने लिखी अन्‍ना को चिट्ठी

कांग्रेस महासचिव दिग्विजय सिंह ने अन्ना हजारे को चिट्ठी लिखी है. दिग्विजय सिंह ने लिखा है कि आखिर टीम अन्‍ना बीजेपी के खिलाफ कुछ क्‍यों नहीं बोलती. उन्‍होंने कहा कि प्रशांत भूषण और अरविंद केजरीवाल कांग्रेस विरोधी हैं और इसलिए कांग्रेस के खिलाफ वोट करने की लोगों से अपील कर रहे हैं.

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दिग्विजय सिंह
दिग्विजय सिंह

कांग्रेस महासचिव दिग्विजय सिंह ने अन्ना हजारे को चिट्ठी लिखी है. दिग्विजय सिंह ने लिखा है कि आखिर टीम अन्‍ना बीजेपी के खिलाफ कुछ क्‍यों नहीं बोलती. उन्‍होंने कहा कि प्रशांत भूषण और अरविंद केजरीवाल कांग्रेस विरोधी हैं और इसलिए कांग्रेस के खिलाफ वोट करने की लोगों से अपील कर रहे हैं.

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सिंह ने अपनी चिट्ठी में लिखा है कि अन्ना की टीम में अरविंद केजरीवाल और प्रशांत भूषण जैसे लोग अन्ना को गुमराह कर रहे हैं. चिट्ठी में अन्ना से गुजारिश की गई है कि वे इन लोगों के बहकावे में न आएं.

इससे पहले सोमवार को हरियाणा के हिसार लोकसभा उपचुनाव में कांग्रेस के खिलाफ प्रचार करने के लिए अन्ना हजारे टीम पर अपने हमले को तेज करते हुए कांग्रेस महासचिव दिग्विजय सिंह ने दावा किया था कि अन्ना हजारे को ऐसे लोगों द्वारा गुमराह किया जा रहा है जो कमजोर तबके और आरक्षण के खिलाफ हैं.

सिंह ने कहा था कि उन्हें दुख है कि अन्ना हजारे को ऐसे लोगों द्वारा गुमराह किया जा रहा है जो बुनियादी रूप से कांग्रेस, कमजोर तबके और आरक्षण के खिलाफ हैं. इस संदर्भ में उन्होंने दावा किया कि हजारे के करीबी सहयोगी अरविंद केजरिवाल को तो उनकी आरक्षण विरोधी नीति के लिए जाना जाता है.

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सिंह से जब न्यायमूर्ति संतोष हेगड़े के उस बयान के बारे में पूछा गया जिसमें उन्होंने हिसार उपचुनाव में अन्ना के कांग्रेस विरोध से असहमति जताई थी तो उन्होंने कहा, ‘हेगड़े ने जो कहा हैं इसके लिए मैं उनका आभारी हूं. उन्हें तत्काल अन्ना हजारे से अपने को अलग कर लेना चाहिए.

गुजरात में लोकायुक्त की नियुक्ति के मुद्दे पर अदालत के फैसले के बारे में पूछे जाने पर कांग्रेस महासचिव ने कहा कि एक तरफ तो अन्‍ना हजारे जनलोकपाल बनाने के लिए आमरण अनशन करते हैं लेकिन वह मुख्यमंत्री नरेन्द्र मोदी की विफलता को नजरअंदाज करते हैं जिन्होंने 9 साल तक लोकायुक्त का गठन नहीं होने दिया.

उन्होंने कहा कि जब राज्यपाल ने मुख्य न्यायाधीश की अनुशंसा पर लोकायुक्त की नियुक्ति की तो मोदी सरकार ने इसका जमकर विरोध किया. यह भाजपा के दोहरेपन को दिखाता है. उन्होंने कह, ‘भाजपा के दांत दिखाने के कुछ और खाने के कुछ और हैं.’

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