इंडिया टुडे कॉन्क्लेव के दूसरे दिन भी वक्ताओं ने गंभीर मसलों पर खुलकर अपने विचार रखे. लेखक और पत्रकार आतिश तासीर ने कहा कि साहित्य को अतीत से प्रेरणा मिलती है. साहित्य किसी निर्वात में नहीं शुरू किया जाता है.
'मेरे विचार और हमारा भविष्य' विषय पर चर्चा करते हुए आतिश ने कहा कि जीवन में कोई शॉर्टकट नहीं होता है. उन्होंने कहा कि अगर हमें दुनिया से कुछ कहना है, तो हमारे पास उच्च विचार और वास्तविक कल्पनाशक्ति का होना आवश्य है.
चर्चा के दौरान बजाज फिनसर्विस लिमिटेड के मैनेजिंग डॉयरेक्टर संजीव बजाज ने कहा कि भ्रष्टाचार भी जीवन की एक सच्चाई है, लेकिन केवल ईमानदारी ही हमें जीवन में सही आयाम दिला सकती है.
कॉन्क्लेव के दौरान बीजेपी सांसद अनुराग ठाकुर ने कहा कि देश का युवा भविष्य की चुनौतियों का सामना करने को तैयार नजर नहीं आ रहा है. उन्होंने कहा कि आज के युवा के सामने अवसर की पहचान का संकट भी कायम है.
अनुराग ठाकुर ने कहा कि गांवों में सुविधाओं की भारी कमी है. देश के ज्यादातर भागों में पीने के पानी का अभाव है. उन्होंने कहा कि अगर मुंबई के स्लम पर गौर करें, तो असली चुनौतियों का पता चल जाता है. इन समस्याओं के रहते हम हाथ पर हाथ रखकर बैठे हैं.{mospagebreak}
पूर्वोत्तर भारत की तस्वीर पेश करते हुए अनुराग ठाकुर ने कहा कि हमें कुछ ऐसा करना चाहिए, जिससे यह इलाका हमारे देश का हिस्सा लगे. हमारे कार्यों से ऐसा लगना चाहिए कि वहां रहने वाले लोग हमारे ही भाई-बंधु हैं.
'दबंग' जैसी कामयाब फिल्म में दमदार अभिनय का जलवा बिखरने वाली बॉलीवुड अभिनेत्री सोनाक्षी सिन्हा ने इंडिया टुडे कॉन्क्लेव में भी सबका दिल जीत लिया.
नफरत के बीज बोने वाले राजनेताओं को आड़े हाथों लेते हुए सोनाक्षी ने कहा कि राजनीति देश को जोड़ने का माध्यम होना चाहिए, तोड़ने का नहीं. उन्होंने कहा कि राजनीति हमेशा से ही अनिश्चितताओं से भरा रही है.
सोनाक्षी ने कहा कि इंडिया टुडे कॉन्क्लेव में वे जाने-माने नेता व अभिनेता शत्रुघ्न सिन्हा की बेटी की हैसियत से नहीं, बल्कि देश की बेटी की हैसियत से बोल रही हैं. श्रोताओं ने भी तालियां बजाकर सोनाक्षी का उत्साह बढ़ाने में कोई कोर-कसर नहीं छोड़ी. {mospagebreak}
देश के मौजूदा हालात पर चर्चा करते हुए सोनाक्षी ने कहा कि शांति के लिए शक्ति का समान विभाजन होना जरूरी है. उन्होंने कहा कि इस बारे में कुछ काम हमारा है और कुछ काम देश को करना है.
युवाओं का उत्साह बढ़ाते हुए सोनाक्षी ने कहा कि नई पीढ़ी को देश के विकास में अहम किरदार निभाना चाहिए. किसी को भी विकास में बाधा नहीं बनना चाहिए.
समारोह में मुक्केबाज विजेंदर सिंह ने कहा कि भ्रष्टाचार देश को दीमक की तरह खत्म कर रहा है. उन्होंने युवाओं से अपील की कि 'हम क्या कर सकते हैं', ये कहकर पल्ला नहीं झाड़ा जाना चाहिए.
विजेंदर सिंह ने कहा कि देश के लिए और आने वाली पीढि़यों के लिए सोचने से सभी को फायदा होगा. उन्होंने कहा कि आज भी सरकार की योजनाओं का लाभ गरीबों तक नहीं पहुंच पा रहा है. इसे लेकर ठोस नीति बनाए जाने की जरूरत है.
जब विजेंदर सिंह से पूछा गया कि बॉक्सिंग के अलाव वे मॉडलिंग या फिल्मों में किरदार के लिए क्यों इच्छुक हैं, तो उन्होंने इसका बेहद सटीक जवाब दिया. विजेंदर ने कहा कि बॉक्सिंग कोई ऐसा काम नहीं है, जिसमें कोई बीस-पच्चीस साल करियर चल सके. यही वजह है कि हमें साइड करियर भी देखना पड़ता है.