सेना और सरकार के बीच तनवापूर्ण स्थिति के बीच पाकिस्तान के प्रधानमंत्री यूसुफ रजा गिलानी ने राष्ट्रपति आसिफ अली जरदारी को अपनी राजनीतिक पार्टी का ‘तेज गेंदबाज’ कहा.
सेना और सरकार के बीच तनावपूर्ण स्थिति और मेमोगेट कांड के कारण सत्तारूढ़ पाकिस्तान पीपुल्स पार्टी (पीपीपी) पर चारों ओर से हमले हो रहे हैं. गिलानी ने सरकारी प्रसारक पीटीवी के खेल चैनल के शुरू होने के मौके पर खिलाड़ियों से बातचीत में यह बात कही.
उल्लेखनीय है कि सेना ने सैन्य प्रमुख जनरल अशफाक परवेज कयानी और आईएसआई प्रमुख लेफ्टिनेंट जनरल अहमद शुजा पाशा की आलोचना करने के लिए गिलानी की कड़ी निंदा करते हुए एक बयान जारी किया.
पाकिस्तानी महिला क्रिकेट टीम की कप्तान सना मीर के सवाल पर कि राजनीति में उनका आक्रामक तेज गेंदबाज कौन है, गिलानी ने जवाब दिया, ‘आसिफ अली जरदारी.’
समारोह के मेजबानों में से एक पूर्व क्रिकेटर रमीज राजा ने प्रधानमंत्री से पूछा कि ‘बाउंसरों और यॉर्करों’ का सामना कर रही उनकी सरकार क्या जावेद मियांदाद की तरह अंतिम गेंद पर छक्का मारने में सफल हो पाएगी. गिलानी ने जवाब में कहा, ‘पिछले चार साल में हमारी स्थिति जावेद मियांदाद की स्थिति से ज्यादा खराब रही है. दाएं, बाएं और केन्द्र (चारों ओर से) हमले हो रहे हैं और हम उनका सामना कर रहे हैं.’
पसंदीदा खिलाड़ी के बारे में पूछने पर गिलानी ने कहा, ‘खिलाड़ी के तौर पर मुझे इमरान खान पसंद हैं.’ यह पूछने पर कि राजनीति में इमरान खान का नया रूप उन्हें पसंद आया या नहीं, उन्होंने मुस्कुराते हुए जवाब दिया, ‘समय आने पर पता चलेगा.’
गिलानी ने क्रिकेट विश्व कप के दौरान मोहाली में भारत पाकिस्तान के बीच हुए सेमीफाइनल मैच को देखने के लिए भारतीय प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह की ओर से मिले न्योते को भी याद किया. इस मैच में भारत की जीत हुई थी. उन्होंने कहा कि लोगों ने मुझे स्टेडियम से निकलते वक्त बहुत सारा प्यार दिया. वह इस हार से प्रभावित नहीं हुए क्योंकि उन्होंने ‘खेल को खेल’ की तरह लिया था.
गिलानी ने राजनीति को एक खेल की तरह बताते हुए कहा, ‘आप जीतें या हारे इसे व्यक्तिगत तौर पर नहीं लेना चाहिए.’ उन्होंने कहा, ‘पाकिस्तान में आतंकवाद और कट्टरपंथ है क्योंकि मनोरंजन नहीं है. अगर युवाओं को खेल और शिक्षा की ओर मोड़ दिया जाए तो इस समस्या का हल हो सकता है.’