पूर्व केंद्रीय वित्त मंत्री और कांग्रेस नेता पी चिदंबरम ने रविवार को कहा कि वह वित्त मंत्री अरण जेटली की इस बात से सहमत हैं कि एक दोषपूर्ण जीएसटी से बेहतर होगा कि जीएसटी विधेयक देर से ही पारित हो. उन्होंने यह भी कहा कि मौजूदा विधेयक ‘दोषपूर्ण’ है.
चिदंबरम ने ट्विटर पर लिखा, 'वित्त मंत्री अरुण जेटली से सहमत हूं. एक दोषपूर्ण जीएसटी से बेहतर है इसका देर से लागू होना. मौजूदा जीएसटी विधेयक दोषपूर्ण है.'
Agree with FM @arunjaitley. A delayed GST is better than a flawed one. Present GST Bill is flawed
— P. Chidambaram (@PChidambaram_IN) December 20, 2015
गौरतलब है कि शनिवार को जेटली ने भी फिक्की की सालाना आम सभा में संकेत दिया था कि वस्तु एवं सेवाकर विधेयक का संसद के शीतकालीन सत्र में पारित होना संभव नहीं लगता और एक दोषपूर्ण विधेयक से बेहतर है कि विधेयक विलंब से आए. कांग्रेस की एक मांग है कि जीएसटी दर पर सीमा लगे और इसे संविधान संशोधन विधेयक में शामिल किया जाए. वित्त मंत्री जेटली ने साफ कहा है कि कर की दर को संविधान का हिस्सा नहीं बनाया जा सकता.
एक फीसदी अतिरिक्त GST पर आपत्ति
कांग्रेस एक राज्य से दूसरे राज्य के लिए भेजी जाने वाली वस्तुओं पर एक फीसदी अतिरिक्त जीएसटी लगाने के प्रस्ताव को भी हटाने की मांग कर रही है, जिस पर सरकार विचार करने को तैयार दिखती है.
चिदंबरम ने कहा, 'कांग्रेस की तीन भारी आपत्तियों को मान लें तो विधेयक पारित हो सकता है.' उन्होंने कहा है कि एक फीसदी अतिरिक्त कर का प्रस्ताव यूं भी खत्म हो चुका है. इसको हटा दिया जाए.
One percent tax is anyway dead. Scrap the provision. No state is opposed to independent dispute resolution mechanism. Set it up.
— P. Chidambaram (@PChidambaram_IN) December 20, 2015
चिदंबरम ने आगे लिखा, 'कुशलता पूर्वक तैयार मसौदे से जीएसटी की दर पर सीमा का प्रावधान संविधान संशोधन विधेयक में किया जा सकता है. इस बारे में विपक्षी पार्टी से बात करें.'
Rate cap can be provided in the bill through skillful drafting. Talk to the opposition.
— P. Chidambaram (@PChidambaram_IN) December 20, 2015
Meet Congress' three weighty objections & the bill could be passed. @arvindsubraman
— P. Chidambaram (@PChidambaram_IN) December 20, 2015
विधेयक में शिकायत निपटाने के लिए एक व्यवस्था होनी चाहिए, कांग्रेस की इस मांग पर चिदंबरम ने कहा, 'कोई भी राज्य स्वतंत्र विवाद निपटान व्यवस्था के खिलाफ नहीं है. इसे स्थापित करें.'
'देरी की हैं और वजहें: जेटली'
बता दें कि जेटली ने शनिवार को फिक्की की बैठक में कहा था, 'जहां तक जीएसटी का संबंध है, मुझे इसमें कोई संदेह नहीं है कि जीएसटी में देरी पूरी तरह से किसी और वजह से कराई जा रही है. मेरे विचार से यह दूसरी वजह सिर्फ यह है कि यदि हम इसे नहीं कर सके तो इसे कोई दूसरा क्यों करे.'