मुंबई सीएसटी रेलवे स्टेशन पर फुटओवर ब्रिज हादसे में 6 लोगों की मौत हो गई है, जबकि 35 से ज्यादा लोग घायल बताए जा रहे हैं. इस सबके बीच ब्रिज हादसे पर बृहन्मुंबई नगर निगम (बीएमसी) और भारतीय रेलवे पल्ला झाड़ने में लगे हुए हैं. बीएमसी कह रही है कि फुटओवर ब्रिज रेलवे के हिस्से में आता है, तो वहीं रेलवे ने कहा है यह पुल बीएमसी के अधीन आता है.
हादसे पर शिवसेना सांसद अरविंद सावंत ने कहा है कि यह ब्रिज रेलवे के अधीन आता है, जिसकी देखरेख बीएमसी करती है. बावजूद इसके ब्रिज किसका है? बीएमसी ने इसका ऑडिट किया!. वहीं, रेलवे ने ब्रिज को बीएमसी का बताया है.
Ministry of Railways on part of foot over bridge in Mumbai collapse incident: The bridge was of BMC (Brihanmumbai Municipal Corporation). However, we're extending all our supports to the victims. Railway doctors & personnel are cooperating with BMC in relief & rescue operations. pic.twitter.com/Ut6jQkSFVi
— ANI (@ANI) March 14, 2019
रेल मंत्रालय ने कहा है कि यह ब्रिज बीएमसी का था. हम पीड़ितों को हर संभव मदद मुहैया करा रहे हैं. रेल विभाग डॉक्टर और कर्मचारियों के साथ मिलकर राहत बचाव में सहयोग कर रहा है.
गुरुवार शाम मुंबई में सीएसएमटी रेलवे स्टेशन पर एक फुटओवर ब्रिज गिर गया. महाराष्ट्र सरकार में मंत्री विनोद तवाड़े का कहा है ब्रिज गिरने का हादसा शाम करीब 7:20 मिनट पर हुआ. यह हादसा फुटओवर ब्रिज के स्लैब गिरने से हुआ. जब ब्रिज गिरा उस पर कई यात्री पैदल चल रहे थे. बीएमसी-रेलवे एक साथ मिलकर हादसे की जांच करेगी.
कांग्रेस नेता संजय निरुपम ने ब्रिज हादसे को केंद्र सरकार और रेलवे मंत्रालय की असफलता बताया है. संजय निरुपम ने कहा है कि यह बहुत बड़ा हादसा है, पीड़ितों के प्रति मेरी सहानुभूति है. सरकार बुलेट ट्रेन लाने जैसे घोषणाएं करती है, लेकिन रेलवे के आधारभूत इंफ्रास्ट्रक्चर पर उसका ध्यान नहीं है. इससे पहले एलफिंस्टन हादसे में कई लोगों की जान गई थी. रेलवे के सारे पुल बहुत 100 साल पुराने हैं, इनको बदलना चाहिए.